द फॉलोअप नेशनल डेस्क
वायनाड से एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। इसके मुताबिक सरकार की ओऱ से भूस्खलन के पीड़ितों को भेजी गयी रकम से कुछ ग्रामीण बैंक कर्ज की EMI काट ले रहे हैं। इस बाबत सीएम ने प्रभावित जिलों के कलक्टर से रिपोर्ट मांगी है और ऐसा करने वाले ग्रामीण बैंकों पर कार्रवाई का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने चूरलमाला, वायनाड के ग्रामीण बैंक के मामले में भी हस्तक्षेप किया है, जिसने उन भूस्खलन पीड़ितों से EMI जब्त कर ली थी, जिन्हें अभी-अभी सरकार की ओऱ से आपातकालीन वित्तीय सहायता मिली थी।
मिली खबर के मुताबिक पुंचिरिमत्तम की मिनिमोल ने घर बनाने के लिए ग्रामीण बैंक से लोन लिया था। लेकिन जैसे ही सरकार की ओऱ से भेजी गयी उनके अकाउंट में पहुंची, बैंक ने कर्ज का पैसा काट लिया। मिनिमोल ने बताया कि उन्होंने घर निर्माण के लिए चूरलमाला के ग्रामीण बैंक से 50,000 रुपये का कर्ज लिया था। बैंक ने अब उनके पैसे जब्त कर लिए। जरूरत के समय के लिए अलग रखी गई वो राशि, जिसे सरकार ने आपातकालीन वित्तीय सहायता खाते में भेजा था, बैंक की ओऱ से तुरंत काट ली गयी।
यह सिर्फ मिनिमोल की समस्या नहीं है। मुंडक्कई, चूरलमाला और पुंचिरिमत्तम के एस्टेट वर्कर्स कर्ज के लिए काफी हद तक ग्रामीण बैंक पर निर्भर थे। जैसे ही सरकारी सहायता उनके खातों में जमा हुई, इन गरीब भूस्खलन पीड़ितों के पैसे जब्त कर लिए गए।