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सियासत : उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया

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महाराष्ट्र

सुप्रीम कोर्ट द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिए जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। पहले से ही संभावना व्यक्त की जा रही थी कि यदि फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे देंगे। दरअसल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फ्लोर टेस्ट की मंजूरी दी थी जिसको शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया।

 

गुवाहाटी से गोवा जाएंगे बागी विधायक! 

दरअसल, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 30 जून की शाम को पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। शिवसेना इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। इधर सूचना मिल रही है कि गुवाहाटी में बीते कई  दिनों से ठहरे हुए बागी विधायक गोवा के लिए निकल गये हैं। सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पक्ष रखा वहीं शिंदे गुट की तरफ से अधिवक्ता नीरज किशन कौल ने पैरवी की। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलीलें पेश कीं। 

शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में क्या दलील दी थी! 

शिवसेना की तरफ से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने फ्लोर टेस्ट पर आपत्ति जताते हुए कहा कि 16 बागी विधायकों को 21 जून को ही अयोग्य घोषित किया जा चुका है। ऐसे में उनके वोट से बहुमत का फैसला नहीं हो सकता। सिंघवी ने मांग की थी कि बहुमत का फैसला स्पीकर को करने दें या फिर फ्लोर टेस्ट टाल दें। वहीं अधिवक्ता नीरज किशन कौल ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार है ही नहीं।

उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देकर चौंका दिया

उद्धव की पार्टी अल्पमत में आ चुकी है। फ्लोर टेस्ट कराना ही बेहतर विकल्प होगा। गौरतलब है कि शिवसेना के 40 से ज्यादा विधायकों ने मंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थन में बगावत कर दी थी। ये विधायक पहले सूरत पहुंचे और वहां से गुवाहाटी गये। इस दौरान दोनों ही खेमों से जमकर बयानबाजियां हुईं। हालांकि, अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने फ्लोर टेस्ट में ना जाने का फैसला करते हुए इस्तीफा दे दिया