द फॉलोअप डेस्क
सुप्रीम कोर्ट जल्दी ही मुकदमों की जानकारी के लिए व्हाट्सऐप मैसेजिंग सेवा शुरू करेगा। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने अपनी आईटी सेवाओं के साथ वाट्सएप के एकीकरण की घोषणा की है। इस सेवा के जरिये विभिन्न केसों की फाइलिंग, लिस्टिंग और अन्य जानकारियां दी जायेंगी। फिलहाल इस सेवा के शुरू होने से वकीलों को सर्वाधिक लाभ होगा। इससे समय की बचत होगी कागज रहित कार्यालय के कॉन्सेप्ट को बढ़ावा मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट की ओऱ से मैसेजिंग के लिए व्हाट्सऐप नंबर 876 876 76 भी जारी कर दिया गया है। बता दें कि इस नंबर पर कोई औऱ मैसेज या कॉल नहीं किया जा सकेगा।
ये होगा फायदा
व्हाट्सऐप नंबर जारी करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, "75वें वर्ष में सुप्रीम कोर्ट ने वाट्सएप संदेशों को सुप्रीम कोर्ट की आईटी सेवाओं के साथ एकीकृत करके न्याय तक पहुंच को मजबूत करने की पहल शुरू की है। इससे हमारे अधिवक्ताओं को मामले दायर करने के बारे में स्वचालित संदेश प्राप्त होंगे और बार काउंसिल के सदस्यों को भी मोबाइल फोन पर इसकी कारण सूची मिल जाएगी, जब भी वे प्रकाशित होंगी।" बता दें कि एक वाद सूची में किसी निश्चित दिन पर अदालत द्वारा सुने जाने वाले मामलों को दर्शाया जाता है।
क्या कहा सीजेआई ने
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि कोई भी छोटी सी पहल बड़ा असर डालने की क्षमता रखती है। कहा कि वाट्सएप मैसेंजर हमारे दैनिक जीवन में आज एक बड़ा रोल अदा कर रहा है। ये एक शक्तिशाली संचार उपकरण का दर्जा हासिल कर चुका है। आगे कहा, किसी को सही न्याय तक पहुंचने के अधिकार को मजबूत करने और न्यायिक प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ये एक जरूरी कदम साबित होगा। इसीलिए सुप्रीम कोर्ट ने अपनी आईटी सेवाओं के साथ वाट्सएप के एकीकरण का निर्णय लिया है।
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