द फॉलोअप डेस्क
गढ़वा के अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की पूर्व संध्या पर "कॉफी विद एसडीएम" कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रखंडों के प्रमुख, मुखिया और बीडीसी सदस्यों से संवाद किया। इस एक घंटे के अनौपचारिक सत्र में उन्होंने जनप्रतिनिधियों की समस्याएं सुनीं और सुझाव भी मांगे। अधिकतर प्रतिनिधियों ने पेयजल संकट को लेकर गहरी चिंता जताई। मेराल, मझिआंव और अचला जैसे क्षेत्रों से जलमीनारें बंद होने और बोरिंग फेल होने की शिकायतें आईं। एसडीएम ने हर शिकायत की जांच और समाधान का आश्वासन दिया।
प्रशासनिक व्यवहार पर सवाल
मझिआंव प्रखंड की प्रमुख आरती दुबे ने अफसरों की उपेक्षात्मक कार्यशैली पर सवाल उठाए। वहीं मेराल की प्रमुख दीपमाला ने कर्मियों की अनुपस्थिति और मुख्यालय में लापरवाही को लेकर चिंता जताई। गढ़वा के कार्यकारी प्रमुख फैजुल अंसारी ने दाखिल-खारिज और लगान संबंधी लंबित मामलों को उठाया। डंडा प्रखंड से पंचायत समितियों की नियमित बैठकें न होने पर नाराज़गी जताई गई।
सामाजिक कुरीतियों पर पहल
कोरवाडीह के मुखिया शरीफ अंसारी ने नशाखोरी, झगड़े और अंधविश्वास जैसी समस्याओं को पंचायत स्तर पर हल करने का प्रस्ताव रखा, जिसे एसडीएम ने सराहा। संजय कुमार ने प्रतिनिधियों से प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम करने की अपील की और कहा कि "सुंदर और समृद्ध गढ़वा" की कल्पना तभी संभव है जब जनप्रतिनिधि और अफसर मिलकर काम करें।