द फॉलोअप डेस्क
संदेशखाली मामला में आरोपी सांसद शाहजहां शेख को CBI ने हिरासत में ले लिया है। इससे पहले आज ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल पुलिस को फिर से फटकार लगाई। बता दें कि हाईकोर्ट ने शेख को सीबीआई की कस्टडी में देने के लिए बंगाल पुलिस के अधीन सीआईडी को आज सवा चार बजे का समय दिया था। इसके बाद भी 2 घंटे की देरी से शेख को सीबीआई की कस्टडी में दिया गया। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने इसी मामले में आज तत्काल सुनवाई की बंगाल सरकार की अपील को खारिज कर दिया था। इसके बाद बंगाल पुलिस हरकत में आयी शेख को सीबीआई की हिरासत में दिया। बता दें कि शेख टीमसी सांसद हैं।
संदेशखाली का पूरा मामला
बता दें कि संदेशखाली की कुछ महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वे शेख के खिलाफ सड़कों पर निकल आयी हैं। महिलाओं का आरोप है कि सांसद शेख के सहयोगी उनको इलाके की सुंदर महिलाओं पर नजर रखते हैं। नौकरी और लालच देकर वे महिलाओं का शोषण और इनपर अत्याचार करते हैं। आरोप है कि आंदोलन के दौरान पुलिस ने महिलाओं का साथ देने के बजाये शेख समर्थकों का पक्ष लिया। इसी के साथ महिलाओं ने टीएमसी सांसद और उनके गुर्गों पर यौन शोषण व भूमि हड़पने के आरोप लगाये हैं।
5 मार्च को हाईकोर्ट ने ये आदेश दिया था
5 मार्च यानी कल प बंगाल के संदेशखाली केस की जांच सीबीआई से कराने का आदेश कलकत्ता हाईकोर्ट ने प बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को दिया था। कोर्ट ने कहा था कि केस से जुड़े सासंद शाहजहां शेख की फाइल भी सीबीआई को सौंपी जाये। जानकार इसे ममता सरकार के लिए एक बड़ा झटका बता रहे हैं। शेख तृणमल कांग्रेस के सासंद हैं और फिलहाल निलंबित हैं। संदेशखाली मामले की जांच करने गये ईडी के अधिकारियों पर 5 जनवरी को हमला किया गया था। हमले का आरोप शेख समर्थकों पर लगाया गया है। टीएमसी सांसद शाहजहां शेख पर संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार और आदिवासी भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगा है।
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