डेस्क:
2 दिवसीय दौरे पर जापान गये पीएम मोदी ने राजधानी टोक्यो में प्रवासी भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम भारतवासी अपनी कर्मभूमि से पूरे मन से जुड़ जाते हैं लेकिन अपनी मातृभूमि के प्रति प्यार कभी कम नहीं होता। पीएम ने कहा कि हम भारतवासी कभी भी अपनी मातृभूमि से दूर नहीं रह सकते। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये विशेषता ही हमारी सबसे बड़ी ताकतों में से एक है।
Our spirit, our vitality
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) May 23, 2022
PM @narendramodi interacted with members of the Indian community in Tokyo.
The 40,000 strong Indian diaspora in Japan is a crucial pillar of the vibrant India-Japan partnership. pic.twitter.com/PwmJiIyw5A
जब भी जापान आता हूं बहुत प्यार मिलता है!
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब भी जापान आता हूं तो यहां के लोगों का बहुत प्यार मिलता है। पीएम ने कहा कि ये देखना सुखद है कि आप में से कुछ लोग जापान में वर्षों से रहते आए हैं।
आपने इस देश की संस्कृति को आत्मसात किया है लेकिन भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति समर्पण कम नहीं हुआ बल्कि बढ़ा ही है। पीएम ने कहा कि वर्षों से भारत और जापान स्वाभाविक भागीदार है। उन्होंने कहा कि भारत की विकास यात्रा में जापान की अहम भूमिका रही है। पीएम मोदी ने कहा कि जापान के साथ हमारे संबंध घनिष्ठता, आध्यात्मिकता, सहयोग और अपनेपन का है। इसे बनाये रखना होगा।
दुनिया को बुद्ध के बताए मार्ग पर चलना होगा!
पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के बीच भगवान बुद्ध का भी जिक्र किया। कहा कि भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलना आज की दुनिया की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने जिस प्रकार की चुनौतियां खड़ी हैं, उन सबसे निपटने के लिए तथा मानवता को बचाने का यही तरीका है। पीएम ने कहा कि चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद हो या जलवायु परिवर्तन। दुनिया के सामने खड़ी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए भगवान बुद्ध द्वारा बताए गये मार्ग पर चलना जरूरी है।
भारत ने हमेशा मानवता की सेवा और रक्षा की
पीएम मोदी ने कहा कि भारत शुरू से ही बुद्धमार्गी रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सौभाग्यशाली है कि उसे गौतम बुद्ध का आशीर्वाद प्राप्त है। भारत लगातार मानवता की सेवा करता रहा है, चाहे कितनी भी बड़ी चुनौती क्यों ना हो।
पीएम ने कहा कि भारत हर चुनौती का समाधान खोज निकालने में सक्षण है। पीएम ने बीते 100 वर्षों के सबसे बड़े संकट, कोविड महामारी के दौरान भारत ने पूरी दुनिया की मदद की। जब टीके विकसित हुए तो ना केवल अपने करोड़ों नागरिकों को उपलब्ध करवाया बल्कि विश्व के 100 से अधिक देशों में मेक इन इंडिया टीके की आपूर्ति भी की। करोड़ों जिंदगियां बचाईं।
मैं मक्खन नहीं बल्कि पत्थर पर लकीर खींचता हूं!
पीएम मोदी ने कहा कि उनको उनके जीवन में जिस प्रकार की शिक्षा मिली है उस आधार पर उन्होंने एक आदत विकसित कर ली है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे मक्खन पर लकीर खींचने में मजा नहीं आता बल्कि मैं पत्थर पर लकीर खींचता हूं। पीएम ने परोक्ष रूप से अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आज दुनिया उस गति और पैमाने को महसूस कर रही है जिस पर भारत अपनी बुनियादी ढांचे और क्षमता निर्माण को बढ़ा रहा है।
पीएम ने कहा कि इस क्षमता के निर्माण में जापान ने महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है। पीएम ने दोहराया कि मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड ट्रेन, दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा और समर्पित फ्रेंट कॉरिडोर, जापान-भारत सहयोग के महान उदाहरण हैं।