दिल्ली:
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नेशनल हेराल्ड दफ्तर को सील कर दिया है। प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि एजेंसी के बिना अनुमति को कार्यालय को ना खोला जाये। गौरतलब है कि ईडी ने ये कार्रवाई ऐसे वक्त में की है जबकि 1 दिन पहले ही एजेंसी ने राजदानी दिल्ली सहित कुछ अन्य जगहों की 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
Delhi | The Enforcement Directorate seals the National Herald office, instructing that the premises not be opened without prior permission from the agency. pic.twitter.com/Tp5PF5cnCD
— ANI (@ANI) August 3, 2022
कांग्रेस नेताओं पर अनियमितता का आरोप
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं पर भी अनियमितता का आरोप लगा है। ईडी मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और वायनाड के सांसद राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है। इस बीच जयराम रमेश ने सवाल उठाया है कि दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के कार्यालय की तरफ जाने वाले रास्ते को ब्लॉक क्यों किया है। क्या छिपाया जा रहा है।
Delhi | Additional police force deployed outside 10 Janpath, the residence of Congress interim president Sonia Gandhi pic.twitter.com/SBrGZD5Ybm
— ANI (@ANI) August 3, 2022
वित्तीय अनियमिता से जुड़ा हुआ है पूरा मामला
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड केस वित्तीय अनियमितता से जुड़ा है। मामले में मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। केस 9 महीने पहले दर्ज किया गया था। मामले में साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने व्यक्तिगत तौर पर केस दर्ज कराया था और नेशनल हेराल्ड की स्वामित्व वाली कंपनी यंग इंडिया पर वित्तीय गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
केस दर्ज कराने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया था कि यंग इंडिया ने नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड का गलत तरीके से अधिग्रहण किया था। गौरतलब है कि यंग इंडिया में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी रही है।
राहुल गांधी और सोनिया गांधी से हुई थी पूछताछ
नेशनल हेराल्ड मनी लाउंड्रिंग केस में बीते 3 जून को ईडी ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन किया था। 18 जून को राहुल गांधी दिल्ली स्थित ईडी हेडक्वार्टर में इकट्ठा हुए। उनसे 3 दिन में 50 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक पूछताछ की गई। उस समय सोनिया गांधी पोस्ट कोविड समस्याओं से जूझ रही थीं इसलिए उन्होंने समय मांगा था। 21 जुलाई को सोनिया गांधी आखिरकार ईडी कार्यालय पहुंची।
25 और 26 जुलाई को भी सोनिया गांधी से पूछताछ की गई। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने देशव्यापी प्रदर्शन किया था। झारखंड में भी प्रदर्शन हुआ था।