द फॉलोअप नेशनल डेस्क:
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमें पहले ही इस बात का अहसास था कि नीतीश कुमार हमसे (इंडि गठबंधन) से दूर जा सकते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैंने पहले ही लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से बातचीत की थी। उन दोनों ने भी इस बात की आशंका जताई थी कि नीतीश कुमार अपना पाला बदल सकते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं अब भी यही चाहता हूं कि नीतीश कुमार हमारे साथ रहें। साथ मिलकर चुनाव लड़ें लेकिन आखिर में यह च्वॉइस का मामला है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में आया राम-गया राम वाले बहुत लोग हैं और इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता।
रोजगार पर बोलने का नैतिक हक नहीं!
मल्लिकार्जुन खड़गे के हमले पर जवाब देते हुए जेडीयू ने कहा कि जो पार्टी अभी नौकरियों की दुहाई दे रही है, उसका रोजगार पर बोलने का नैतिक हक नहीं है। जेडीयू ने कहा कि जो लोग जमीन के बदले नौकरियां दे रहे थे उनको तो बोलना ही नहीं चाहिए। जेडीयू ने कहा कि आपके (आरजेडी) नेता लगातार हमारे मुख्यमंत्री पर हमला बोलेंगे। उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करेंगे और आप उम्मीद करते हैं कि हम चुप बैठेंगे। ऐसा नहीं चलेगा। जेडीयू ने कहा कि कांग्रेस को इंडि गठबंधन पर बोलने का हक नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही इंडि गठबंधन के सूत्रधार थे लेकिन बाद में उनकी नहीं सुनी गई। राहुल गांधी जहां जाते हैं, वहां इंडि गठबंधन टूट जाता है।
बिहार को जंगलराज से मुक्ति मिल गई!
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार को जंगलराज से मुक्ति मिल गई। गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव लगातार नीतीश कुमार पर इस्तीफा देकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे थे। हमें डर था कि यदि तेजस्वी मुख्यमंत्री बने तो बिहार में दोबारा जंगलराज लौट आएगा। अब नीतीश के इस्तीफे से एक बात तो स्पष्ट है कि नई सरकार बिहार में जंगलराज नहीं आने देगी।