दिल्ली:
अरुणाचल प्रदेश का लापता युवक आखिर अपने जिदो गांव पहुंचा। वह चीन के कब्जे में था। चीन की सेना ने युवक को भारतीय सेना के हवाले किया। युवक मिराम तरोन (Miram Taron) की उम्र है 19 साल। अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र (बिशिंग गांव) के लुंगता जोर इलाके से त्सांगपो नदी के भारत में प्रवेश करने वाले स्थान से 18 जनवरी को उनका अपहरण चीनी सेना ने कर लिया था। अब उस युवक को छोड़ दिया गया है। यह जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को दी। बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश के लापता युवक को भारतीय सेना को सौंप दिया है। लड़के की चिकित्सकीय जांच सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भाजपा सांसद तापिर गाओ के ट्वीट से 20 जनवरी को इस संबंध में जानकारी दी थी। फॉलोअप ने तब अपने पाठकों को बताया भी था। गाओ ने ट्वीट किया था, ‘कल 18 जनवरी 2022 को चीनी पीएलए ने जिदो गांव के 17 साल के मिराम तरोन का अपहरण कर लिया है।’ गाओ ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नीसिथ प्रमाणिक को भी मामले की सूचना दी है। अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया था। तब चीन ने इससे इनकार किया था।
त्सांगपो नदी को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। इस क्षेत्र में चीन ने 2018 में भारत के अंदर 3-4 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर दिया था। बता दें चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी ) लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक भारत साझा करता है। गलवान मामले के बाद चीन के अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाके पर दावे करने की बात दिसंबर 2021 में सामने आई थी। 15 स्थानों के नाम की घोषणा चीन ने की थी। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है। हालांकि चीन के इस दोव को खारिज कर कर कहा था कि अरुणाचल प्रदेशा हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा।