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पास-पड़ोस : भारत के एक किशोर का पड़ोसी किस देश की सेना ने कर लिया अपहरण-जानिये मामला क्या है आख़िर

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली:

जमीन-जायदाद के लिए या आपसी रंजिश के लिए अपहरण की घटनाएं सामने आती रहती हैं। लेकिन किसी देश की सेना पड़ोसी मुल्क के किसी बच्चे का अपहरण कर ले, ऐसा सुनने में कभी नहीं आया। लेकिन यह कोई कोरी गप्प या कल्पना नहीं। हमारे ही देश के एक किशोर का अपहरण चीन की सेना ने कर लिया है। इस खबर का हवाला कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भाजपा सांसद तापिर गाओ के ट्वीट से पता चलता है।

 

 

अरुणाचल प्रदेश में चीन की दख़ल

बता दें कि चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी ) लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक भारत साझा करता है। गलवान मामले के बाद चीन के अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाके पर दावे करने की बात दिसंबर 2021 में सामने आई थी। 15 स्थानों के नाम की घोषणा चीन ने की थी। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है। हालांकि चीन के इस दोव को खारिज कर कर कहा था कि अरुणाचल प्रदेशा हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा।

 

 

कौन है वो किशोर 

अरुणाचल प्रदेश के जिदो गांव के हैं मिराम तरोन। उनकी उम्र है 17 साल। अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र (बिशिंग गांव) के लुंगता जोर इलाके से त्सांगपो नदी के भारत में प्रवेश करने वाले स्थान से उनके अपहरण की खबर है। इस नदी को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। इस क्षेत्र में चीन ने 2018 में भारत के अंदर 3-4 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर दिया था। घटना 18 जनवरी की है।

 

 

 

भाजपा सांसद तापिर गाओ ने बताया

अरुणाचलच प्रदेश से भाजपा सांसद तापिर गाओ ने बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अपर सियांग जिले से एक 17 वर्षीय किशोर का अपहरण कर लिया है। पीएलए से बचकर भागने में सफल रहे तरोन के मित्र जॉनी यइयिंग ने स्थानीय अधिकारियों को अपहरण के बारे में जानकारी भी दी। उन्होंने ट्वीट के साथ अपहृत किशोर की तस्वीर साझा की और कहा, ‘भारत सरकार की सभी एजेंसियों से किशोर की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने का अनुरोध है।’ इससे पहले गाओ ने ट्वीट किया था, ‘कल 18 जनवरी 2022 को चीनी पीएलए ने जिदो गांव के 17 साल के मिराम तरोन का अपहरण कर लिया है।’ गाओ ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नीसिथ प्रमाणिक को भी मामले की सूचना दी है। अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया है।

 

 

 

 

राहुल ने  भी किया ट्वीट

इस संबंध में बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है. हम मिराम तरोन के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे. प्रधानमंत्री की बुजदिल चुप्पी ही उनका बयान है- उन्हें फर्क नहीं पड़ता!’ बता दें कि मार्च 2020 में में भी ऐसी घटना उजागर हुई थी। तब 21 वर्षीय युवक तोगली सिनकम को पीएलए ने मैकमहोन रेखा के नजदीक असापिला सेक्टर में पकड़ लिया था। 19 बाद रिहा किया था। इसके बाद सितंबर 2020 में भी पीएलए ने अरुणाचल के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों का अपहरण कर लिया था। गभग एक सप्ताह के बाद उन्हें रिहा किया था।