द फॉलोअप डेस्क
सुप्रीम कोर्ट में आज उस समय नाटकीय स्थिति पैदा हो गयी जब 11 साल का एक बच्चा अपनी ही हत्या के मामले में पेशी देने पुहंच गया। कोर्ट में उसने जज के सामने कहा, सर मैं जिंदा हूं। कथित हत्या का यह मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से जुड़ा हुआ है। लड़के का नाम अभि कुमार है। उसकी हत्या का मुकदमा उसके चाचा और कुछ अन्य रिश्तेदारों ने दर्ज कराया है। सुप्रीम कोर्ट में आज इसी कथित हत्या मामले की सुनवाई हो रही थी, जब अभि कुमार अपनी गवाही दर्ज कराने पहुंच गया। अभि कुमार ने कोर्ट को ये भी बताया कि उसका हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया।
कोर्ट को ये बताया अभि कुमार ने
मिली खबर के मुताबिक अभि कुमार अपने मामा के साथ पीलीभीत में रहता है। बकौल अभि कुमार उसकी हत्या का झूठा मुकदमा उसके चाचा और दादा ने दर्ज कराया है। इसके पीछे संपति का विवाद हो सकता है। वो अपने मामा के साथ 2013 से रह रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार, पीलीभीत पुलिस सुपरिटेंडेंट और नेवररिया पुलिस स्टेशन के स्टेशन इंचार्ज को नोटिस जारी किया गया है। दूसरी ओऱ सुप्रीम कोर्ट ने अगली तारीख तक याचिककर्ता यानी अभि के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई पर रोक लगा दी है।
संपति से जुड़ा हो सकता है मामला
इस मामले से जुड़े वकील ने बताया है कि अभि कुमार 2013 से अपने मामा के घर में रह रहा है। अभि कुमार के पिता पर आरोप लगाया गया है कि वे अभि की मां के साथ मारपीट करते थे। इसी से तंग आकर अभि कुमार अपने मामा के साथ रहने लगा था। इसी बीच उसकी मां की मौत चोट लगने के कारण हो गयी। इससे आहत होकर अभि के मामा ने अभि के पिता और बहन के अन्य ससुराल वालों के खिलाफ केस कर दिया। इसमें आरोप लगाया गया कि अभि के पिता पत्नी को संपति के लिए यातना दिया करते थे। इसी से अभि की मां की मौत हो गयी। अभि के मामा ने उसके पिता पर दहेज हत्या का भी मामला दर्ज कराया है। हालांकि ये नहीं पता चला पाया है कि अभि के चाचा और दादा ने उसकी हत्या का झूठा के केस क्यों दर्ज कराया है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने अभि की याचिका को स्वीकार कर लिया है। उसके खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर रोक लगा दी है।