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काशी-मथुरा मिल जाए तो बाकी मस्जिदों पर नहीं करेंगे दावा, राम मंदिर से जुड़े इस शख्स ने क्यों कहा

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द फॉलोअप डेस्क 

गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा है कि काशी (Kashi) और मथुरा (Mathura) की मस्जिदें मिल जायें, तो बाकी मस्जिदों पर दावा नहीं करेंगे। बता दें कि गोविंद देव गिरि महाराज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष हैं। उन्होंने ये बात ऐसे समय में कही है जब अय़ोध्या में राम मंदिर बनने के बाद से आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों की ओऱ से मथुरा और काशी में कुछ मस्जिदों को हिंदुओं को देने की मांग तेजी से उठने लगी है। जानकार ज्ञानवापी मामले में बिना विलंब कोर्ट के फैसले को इसे कड़ी से जोड़कर देख रहे हैं। बता दें कि कोर्ट के फैसले के बाद ज्ञानवापी ((Gyanvapi)) के निचले हिस्से में पूजा-अर्चना की इजाजत मिल गयी है। बहरहाल महाराज ने आगे कहा कि हम काशी और मथुरा के बाद सभी विवादों को भूलने के लिए तैयार हैं। 

कहा- हम भूतकाल में नहीं जीते 

गोविंद देव ने ये घोषणा पुणे में आयोजित एक समारोह में की। ये समारोह दरअसल उनके जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। 75 साल के हो चुके नामदेव के जन्मदिवस समारोह में श्री श्री रविशंकर और आरएसएस के मुखिया मोहन  भागवत सरीखे व्यक्ति मौजूद थे। महाराज ने आगे कहा कि आज अय़ोध्या में शांति है। इसी तरह की शांति हम सभी स्थानों पर चाहते हैं। कहा कि हम भूतकाल में नहीं, बल्कि भविष्य में जीने वाले लोग हैं। कहा समय पुराने विवादों को याद करने का समय नहीं है। 

ज्ञानवापी में पूजा का अधिकार 

बता दें कि 31 जनवरी को ज्ञानवापी (Gyanvapi) में हिंदुओं को पूजा का अधिकार मिल गया है। वाराणसी कोर्ट (Varanasi court) ने हिंदुओं की ओर से दायर याचिका को स्वीकार करते हुए ये फैसला सुनाया है। मिली खबर के मुताबिक हिंदू धर्मावलंबी अब ज्ञानवापी के व्यास तहखाने पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बता दें कि ये तहखाना फिलहाल मस्जिद के नीचे है। पूजा की स्वीकृति के साथ अदालत ने पुलिस को संबंधित क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश जारी किया है। यहां आरती और पूजा शुरू हो गयी है।