द फॉलोअप डेस्कः
आज युवा आजसू के सदस्यों ने मारवाड़ी महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन मे धरना दिया। धरने के बाद रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अजीत कुमार सिन्हा से मुलाकात कर उन्हें मारवाड़ी महाविद्यालय के प्राचार्य की मनमानी से अवगत कराया। मौके पर मौजूद युवा आजसू के रांची महानगर संयोजक अभिषेक शुक्ला ने कहा की मारवाड़ी महाविद्यालय के छात्र छात्राओं का बिना सेमेस्टर-1 के बैकलॉग का रिजल्ट घोषित किए छात्र छात्राओं से सेमेस्टर-3 की परीक्षा ले रहा है जो छात्र छात्राओं के हित में नहीं है। इस फैसले से मारवाड़ी महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र छात्राएं प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा के मारवाड़ी महाविद्यालय रांची विश्वविद्यालय के अधीन है। रांची विश्वविद्यालय ने पहले सेम बैकलॉग का परिणाम घोषित करेगी इसके बाद सेम 3 का परीक्षा लेगी। छात्र छात्राओं की परेशानी नहीं बढ़े इस दृष्टिकोण से यह फैसला रांची विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया है। वहीं ठीक इसके उलट मारवाड़ी महाविद्यालय ने बिना बैकलॉग परीक्षा परिणाम घोषित किए सेम 3 की परीक्षा लेने का फैसला कहीं से भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा की मारवाड़ी कॉलेज बैकलॉग परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जो भी छात्र छात्राएं इस परीक्षा में पास हो कर सेम 3 की परीक्षा में शामिल होने का मापदंड पूरा करते हैं। उनके लिए महाविद्यालय स्पेशल परीक्षा का नोटिस जारी करें।
छात्रों का कहना है कि उक्त बातें सुनते ही मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य छात्र-छात्राओं पर आग बबूला होकर कहा कि तुम लोगों को जो करना है करो। महाविद्यालय किसी भी शर्त पर बैकलॉग की परीक्षा नहीं लेगा। इस पर छात्र-छात्राओं ने कहा कि आप हमारी बात नहीं सुनिएगा तो हम विश्वविद्यालय के कुलपति के पास जाएंगे और अपनी समस्याओं को बताएंगे यह सुनते ही उन्होंने कहा कि तुम्हें जहां जाना है, जो करना है करो। मुझे इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। यह कह कर प्राचार्य वहा से निकल गए ।
लगभग 2.5 घंटे तक धरना प्रदर्शन करने के बाद छात्र-छात्राओं ने युवा आजसू के महानगर संयोजक अभिषेक शुक्ला के नेतृत्व में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया एवं प्राचार्य के छात्र-छात्राओं के प्रति उनके व्यवहार की जानकारी भी कुलपति को दी। कुलपति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मारवाड़ी महाविद्यालय के प्राचार्य को छात्र-छात्राओं के लिए स्पेशल परीक्षा का आयोजन करवाने को लेकर एक पत्र भेजा एवं छात्र-छात्राओं के प्रति उनके व्यवहार की निंदा की।
मौके पर मौजूद युवा आजसू के विशाल कुमार यादव ने कहा के हम आजसू के सदस्य कुलपति महोदय के इस फैसले का स्वागत करते हैं। आजसू हमेशा से छात्र-छात्राओं की समस्या को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में गंभीर रही है एवं छात्र-छात्राओं के साथ जब भी अन्याय हुआ है तो उसके खिलाफ आजसू न्याय मिलने तक मजबूती के साथ लड़ी है।प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से विशाल कुमार यादव, सुमित कुमार, विशाल कुमार गुप्ता, अनुज के अलावा दर्जनों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।