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झारखंड के जामताड़ा में जंगली हाथियों का उत्पात, दादा-पोती को कुचला; मौत

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जामताड़ा:

जामताड़ा में जंगली हाथियों के झुंड ने दादी-पोती को कुचलकर मार डाला। मृतकों में 50 वर्षीय जैनुल अंसारी और उनकी 7 वर्षीय पोती नूरजहां खातून शामिल है। घटना जामताड़ा के नारायणपुर थानाक्षेत्र की है। वहीं, दोनों मृतक गिरिडीह के आदित्यपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत कोरियाद गांव के रहने वाले थे। बताया जाता है कि हादसा उस वक्त हुआ जब अनाउल अपनी पोती के साथ चैनपुर स्थित ससुराल बनखोंजो जा रहे थे। रास्ते में हाथियों के झुंड ने हमला कर दिया। 

झुंड में शामिल हैं 30 से ज्यादा हाथी
जंगली हाथियों के हमले में दादा-पोती की मौत की यह दुखद घटना सोमवार को दोपहर तकरीबन 3 बजे घटी। बता दें कि धनबाद जिला के टुंडी वनक्षेत्र की ओर से जंगली हाथियों का एक झुंड जामताड़ा के नारायणपुर थानाक्षेत्र स्थित बनखोंजो इलाके में घुस आया है। झुंड में नर, मादा और बच्चे मिलाकर हाथियों की कुल संख्या 30 से ज्यादा बताई जा रही है। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। हाथियों का झुंड फिलहाल इलाके में ही घूम रहा है। ग्रामीण डरे हुए हैं। 

विधायक ने लोगों से की यह खास अपील
इधर, हमले में दादा-पोती की मौत की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक इरफान अंसारी पहुंचे। उनके साथ नाराणपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी और थाना प्रभारी भी घटनास्थल पहुंचे। इरफान अंसारी और पदाधिकारियों ने लोगों को समझाया कि वे हाथियों के झुंड के करीब न जाएं। हाथियों के साथ सेल्फी या वीडियो लेने का प्रयास न करें। इससे हाथी आक्रोशित होकर हमला कर सकते हैं। विधायक ने सरकार से अपील की है कि मृतकों के परिजनों को 4.5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। वहीं, मौके पर परिजनों को 25-25 हजार रुपये की सहायता दी गई।