रांची
ईडी की छापेमारी में मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल औऱ उनके नौकर जहांगीर के आवास से 35 करोड़ की बरामदगी के बाद झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम चंपाई सोरेन को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। कहा है कि 6 मई, 2024 को प्रवर्तन निदेषालय (ED) द्वारा ग्रामीण विकास मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास पर छापेमारी के दौरान नोटों के बंडल में ED, रांची कार्यालय द्वारा मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र की प्रति मिलना बेहद गंभीर मामला है। ये गोपनीय पत्र था। इसकी जांच होनी चाहिये।
सचिव ने नहीं की है कार्रवाई
बाबूलाल ने आगे कहा है कि सचिव ने इस संवेदनशील मामले में कार्रवाई करने में कोई रूचि नहीं दिखाई। ये हैरत की बात है। गंभीर मामला यह भी है कि ED द्वारा लिखा गया गोपनीय पत्र मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी जहांगीर आलम के घर से ED की छापेमारी में नोटों के बंडल में मिलता है। इस पत्र के आधार पर सचिव को भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करनी थी। इसे ही दबा दिया गया औऱ भ्रष्टाचार के जरिए अकूत सम्पत्ति अर्जित करने का धंधा चलता रहा। एक तो भ्रष्टाचार करना और दूसरी ओर गोपनीय पत्र नौकर के आवास में नोटो के बंडल में मिलना अति गंभीर मामला है।
दी ये चेतावनी
मरांडी ने आगे कहा है, मैं चाहूंगा कि आप बिना विलम्ब किए इस गंभीर मामले पर प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पूरे मामले की CBI से जांच कराने की अनुशंसा करेंगे। अन्यथा यह माना जाएगा कि भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले में आप चुप रहे और यह सब कुकत्य देखते रहे। झारखण्ड की जनता भी आपसे यह सवाल पूछेगी। सनद रहे, अगर आप और मुख्य सचिव यह सब जानने और संज्ञान में आने के बाद भी अनुरोध पर कार्रवाई नहीं करेंगे तो देर-सबेर आप भी इस गंभीर मामले में अपराधिक षड्यंत्र का आरोपी बनने से बच नहीं पायेंगे।
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -