द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने दुमका पेट्रोल कांड के दोषियों को सजा मिलने के बाद एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में सीएम ने लिखा है जो कहते हैं, वो करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने इसमें अपना ट्वीट, एक बयान और आखिर में अखबार में छपी सजा मिलने की खबर का कटिंग साझा किया है। इसे उन्होंने पहल और असर के रुप में दिखाया है। संभवत इस ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री जताना चाहते हैं कि उनकी सरकार महिला अपराध के मामलों में त्वरित कार्रवाई को लेकर प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि दुमका के जरुवाडीह की रहने वाली 16 वर्षीय अंकिता को जिंदा जलाने वाले दोषी शाहरुख हुसैन और मो. नईम अंसारी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
जो कहते हैं, वो करते हैं। pic.twitter.com/ftv7M2AP9c
— Champai Soren (@ChampaiSoren) March 29, 2024
दुमका नगर थाना में दर्ज हुआ था मुकदमा
गौरतलब है कि अंकिता हत्याकांड में दुमका के नगर थाना में पुलिस ने शाहरुख हुसैन और नईम अंसारी के खिलाफ धारा 302, 307, 326 ए, 354, 504, 506, 509, 34 और 120बी के साथ पॉक्सो की धाराओं में भी केस दर्ज किया गया था। तकरीबन 2 साल तक चली सुनवाई में कोर्ट में 51 लोगों की गवाही हुई। इसके बाद 28 फरवरी को कोर्ट ने शाहरुख और नईम को दोषी ठहराया। सजा सुनाने के समय दोनों दोषियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अंकिता के पिता, दीदी और जीजाजी कोर्टरूम में मौजूद थे।
क्या है मामला
22 अगस्त 2022 को शाहरुख ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर अंकित पर पेट्रोल छिड़कर उसे आग के हवाले कर दिया था। दरअसल, शाहरुख अंकिता से एकतरफा प्यार करता था। उसने किशोरी को कई बार प्रपोज किया था। हर बार अंकिता ने इनकार कर दिया जो शाहरुख को प्रसंद नहीं आया। इसलिए, उसने अपने एक साथी की मदद से खिड़की के जरिए पेट्रोल छिड़का और उसके बाद आग लगा दी। इस घटना में 16 वर्षीय अंकिता बुरी तरह जल गई थी। अंकिता को पहले दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। बाद में स्थिति गंभीर होने पर उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान 27 अगस्त को अंकिता की मौत हो गई।
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