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झारखंड में खुलेगा वैदिक स्कूल, कांची पीठ के शंकराचार्य हुए तैयार

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द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड के बच्चे अब कर्मकांडी पंडित बनेंगे। फर्राटे से मंत्रोच्चारण करेंगे। वेदों की पूरी जानकारी होगी। शास्त्रों का अध्ययन करेंगे। दरअसल धार्मिक न्यास बोर्ड की कई सालों की तैयारी पर अब मुहर लग सकती है। कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी विजयेंद्र सरस्वती झारखंड में वैदिक स्कूल संचालित करने को तैयार हो गये हैं। कांची पीठ की ओर से झारखंड के धार्मिक न्यास बोर्ड को इससे संबंधित पत्र भेजा गया है। कांची पीठ झारखंड में अपनी संस्था के खर्च से दो वैदिक स्कूल चलाने के लिए तैयार है। झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड ने इसके लिए रांची और देवघर का चयन किया है। इसके लिए बस जमीन की जरूरत होगी। कांची पीठ ने स्कूल के लिए दो से तीन एकड़ जमीन उपलब्ध कराने को कहा है। न्यास बोर्ड ने रांची और देवघर में बंद पड़े संस्कृत विद्यालय को चिह्नित किया है। बोर्ड की ओर से सरकार से आग्रह किया जायेगा कि यह जमीन न्यास बोर्ड को लीज पर दी जाये, जिससे वैदिक स्कूल खुलने का रास्ता साफ हो सके। धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष जयशंकर पाठक ने कहा कि झारखंड में हम वैदिक स्कूल खोलने के लिए राज्य सरकार से सहयोग मांग रहे हैं।