रांची:
झारखंड में गहराते बिजली संकट के बीच हेमंत सोरेन सरकार चौतरफा आलोचना का सामना कर रही है। बिजली कटौती और लोड शेडिंग की वजह से हलकान जनता तो परेशान है ही, अब जनप्रतिनिधियों ने भी तीखे सवाल पूछना शुरू कर दिया है। अब वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने हेमंत सरकार से बिजली संकट के समाधान को लेकर सवाल पूछा है।
सरयू राय ने ट्वीट करके पूछा सवाल
मंगलवार को सरयू राय ने अपने ऑफिशियल ट्विटर से एक पोस्ट किया। लिखा कि झारखंड में बिजली संकट पर सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने लिखा कि मैंने 1 सप्ताह पहले ही मामला उठाया था। तब सरकार ने मुझे बताया था कि गर्मी में 3 महीने के लिए अतिरिक्त 300 मेगावाट बिजली प्रतिदिन खरीदने के लिए पैसा दिया गया है। सरयू राय ने कहा कि य़दि ऐसा हो तो फिर क्यों बिजली कटी रहती है। क्या हुआ बिजली की खरीद का। उन्होंने कहा कि जनता हमसे सवाल पूछती है।
झारखंड में बिजली संकट पर सरकार सरकार जवाब दे.एक सप्ताह पहले मैने मामला उठाया था.सरकार ने मुझे बताया था कि गर्मी के तीन महीना के लिये अतिरिक्त 300 मेगावाट बिजली प्रतिदिन ख़रीदने के लिये पैसा दे दिया गया है.फिर क्यों बिजली कटी रहती है.क्या हुआ ख़रीद का ? जनता हमसे सवाल पूछ रही है.
— Saryu Roy (@roysaryu) April 26, 2022
जामताड़ा में बाबूलाल मरांडी का धरना
बीजेपी भी बिजली और पानी के मसले पर राज्य सरकार को लगातार घेर रही है। शहरी इलाकों में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता बिजली संकट को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को जामता़ड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जिले में बिजली संकट को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा की और बिजली विभाग के दफ्तर के सामने धरना दिया। उन्होंने बिजली संकट सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए उपायुक्त को 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा।
झारखंड के हरेक सरकारी कार्यालयों में अफसर कहते हैं कि हम पैसे देकर आए हैं तो पैसे लेकर ही काम करेंगे।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 26, 2022
जन्म प्रमाण पत्र हो, जाति प्रमाण पत्र या जमीन का म्युटेशन,कोई काम बिना चढ़ावे के नहीं होता।
आज राज्य की सवा तीन करोड़ जनता इस भ्रष्ट और निक्कमी सरकार से त्राहिमाम है।#Jharkhand pic.twitter.com/FGqg2LVSJC
साक्षी धोनी ने भी व्यवस्था पर जताई नाराजगी
सोमवार को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी भी झारखंड में गहराते बिजली संकट पर बिफरी हुई नजर आईं। उन्होंने ट्वीट किया जिसमें लिखा कि बतौर टैक्स पेयर मैं ये जानना चाहती हूं कि बीते कुछ वर्षों से राज्य में बिजली संकट क्यों है। इसका समाधान क्यों नहीं तलाशा जाता। कुल मिलाकर हेमंत सरकार बिजली और पानी की समस्या को लेकर चौतरफा आलोचना का सामना कर रही है। हालांकि, आश्वासन दिया है कि मई से व्यवस्था दुरुस्त हो जायेगी।
As a tax payer of Jharkhand just want to know why is there a power crisis in Jharkhand since so many years ? We are doing our part by consciously making sure we save energy !
— Sakshi Singh ????????❤️ (@SaakshiSRawat) April 25, 2022