रांचीः
विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्काल शुरू हुआ। निर्दलीय विधायक सरयू राय का पहला अल्पसूचित प्रश्न था। उन्होनें अपने प्रश्न पर आए सरकार के जवाब को चुनौती देते हुए कहा कि यह जवाब 100 प्रतिशत गलत है। उन्होनें कहा कि सरकार ने जो जवाब दिया है यदि वो सही हुआ तो वह कल ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। उन्होनें कहा कि हरमू नदी की स्थिति यह है कि कोई वहां नाक तक नहीं दे सकता। उन्होनें आसान से इस मामले की जांच के लिए विधानसभा की विशेष कमिटी बनाने की मांग की।
हर महीने केंद्र को भेजा जाता है रिपोर्ट
प्रभारी मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि हरमू नदी हो या स्वर्णरेखा या दामोदर सभी के प्रदूषण की हर महीने रिपोर्ट केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड को भेजी जाती है। कहा कि वह यह नहीं कहते कि नदियां प्रदीशन मुक्त हो गयी है। इन नदियों के किनारे औद्योगिक क्षेत्र, माइंस एरिया और बड़े बड़े शहर बसे हुए हैं। इसलिए इसपर लगातार काम हो रहा है।
प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों पर हो करवाई
विधायक सरयू राय ने कहा कि जिस पदाधिकारी ने यह उत्तर तैयार किया है उसपर कार्रवाई हो। सदन को गुमराह किया गया है। वैसे पदाधिकारी को बर्खास्त किया जाय। स्पीकर ने कहा कि मंत्री और प्रश्नकर्ता विधायक जाकर स्थल पर देखें। जरूरत हुआ तो इसपर और कार्रवाई की जाएगी।