धनबाद
गोमो, धनबाद में कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन का असर सुबह में नहीं दिखाई पड़ा। लेकिन दोपहर एक बजे तक गोमो में आंदोलन को लेकर गहमा-गहमी बढ़ गयी। यहां 600 से अधिक आंदोलनकारी बैरिकेड तोड़कर गोमो स्टेशन पर ढोल नगाड़े और पारंपरिक हथियार के साथ पहुंचने लगे। इस भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। आंदोलनकारियों ने स्टेशन में नारेबाजी की और गोमो से गुजरने वाली ट्रेनों को रोक दिया। मिली खबर के मुताबिक गोमो-चक्रधरपुर एक्सप्रेस और गोमो-बरवाडीह मेमू स्पेशल के आगे आंदोलनकारी नारेबाजी करने लगे। और रेलवे ट्रैक पर उतर कर इन ट्रेनों को रोक दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस और आरपीएफ जवानों के साथ झड़प भी हुई। बता दें कि कड़मी समाज खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए और कुडूमाली भाषा को संवैधानिक भाषा की मान्यता के लिए आज से तीन राज्यों में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन की शुरुआत कर चुका है। ये राज्य हैं झारखंड, ओड़िशा और बंगाल। दूसरी ओर बंगाल में आंदोलन स्थनगित कर दिया गया है क्यों कि कलकत्ताज हाईकोर्ट ने इसे असंवैधानिक कहा है।
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