द फॉलोअप डेस्क
गिद्धौर थाना क्षेत्र के द्वारी गांव में बलबल नदी पर निर्माणाधीन पुल के कार्यस्थल से मुंशी धर्मेंद्र गुप्ता का अपहरण कर फिरौती मांगे जाने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के निर्देश पर गठित विशेष अनुसंधान दल (SIT) ने महज 48 घंटे में अपहरण कांड का पर्दाफाश करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने उनके पास से 9.05 लाख रुपये नकद, हथियार, 3 बाइक, 8 मोबाइल और लूटा गया सामान भी बरामद किया है।
बता दें, यह घटना 31 मई की रात घटी थी, जब अज्ञात अपराधियों ने निर्माण स्थल पर मजदूरों के साथ मारपीट करते हुए मुंशी का अपहरण कर लिया था। वारदात के दौरान अपराधी एक मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और सीसीटीवी का डीवीआर भी लूटकर फरार हो गए थे।
एसपी सुमित अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिमरिया शुभम खंडेलवाल (IPS) के नेतृत्व में SIT का गठन किया था। टीम ने तकनीकी अनुसंधान के सहारे अपहरण की साजिश का भंडाफोड़ करते हुए चार कुख्यात रामेश्वर कमार उर्फ रमाकांत, दीपक यादव, राजन यादव उर्फ टार्जन और सुभान अंसारी को गिरफ्तार किया। इनमें से दो अपराधियों पर विभिन्न जिलों के कई थानों में हत्या, लूट, अपहरण, आर्म्स एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हैं।
एसपी ने रविवार को देर शाम समाहरणालय स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से एक देसी कट्टा, दो कारतूस, योजना संबंधी डायरी, मोबाइल, बाइक व अन्य सामान बरामद किए गए हैं। उन्होंने सभी व्यवसायियों व ठेकेदारों से अपील की कि किसी भी प्रकार की धमकी या रंगदारी के मामले में तत्काल पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि चतरा पुलिस अपराध के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। फरार अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है और किसी भी सूरत में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस सफल कार्रवाई में SIT के साथ डीएसपी वसीम रजा, इंस्पेक्टर अनिल उरांव, थाना प्रभारी कुमार गौतम, अनुसंधानकर्ता अशोक पांडेय और तकनीकी शाखा की टीम भी शामिल थे।