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अब ग्रामीण इलाकों में संगठित ऊर्जा का हो रहा प्रवाह- राजेश्वरी बी

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द फॉलोअप डेस्क

लोक प्रेरकों के सहयोग से अब ग्रामीण इलाकों में दिग्भ्रमित विचार नहीं, बल्कि संगठित ऊर्जा का प्रवाह हो रहा है। ये बातें मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने शुक्रवार को दीनदयाल ग्राम स्वाबलंबन योजना अंतर्गत कार्यरत लोकप्रेरकों के प्रशिक्षण सत्र में कही है। उन्होंने लोक प्रेरक महिलाओं को संबोधित करते हुए कि ग्रामीणों को जागरूक दृष्टिकोण के साथ सभी प्रकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को निश्चित ही सफल रूप प्रदान करने में अहम भूमिका निभानी आवश्यक है। हमारे इन प्रयासों से गांव-गांव तक आत्मनिर्भर जीवन का संदेश देने में सहायक सिद्ध होगा। साथ ही  उन्होंने कहा जल संरक्षण की विभिन्न संरचनाओं का निर्माण यथा टीसीबी, मेढ़ बंदी, सोखता, गड्ढा आदि के तहत लगातार सक्रिय प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को इसी प्रकार का उत्साह अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करता है। हर व्यक्ति स्वाबलंबन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को खेती के साथ-साथ मनरेगा की योजनाओं से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

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 बाल संरक्षण एवं बाल अधिकार को लेकर जागरूक हो सके समाज

मनरेगा आयुक्त ने बताया कि राष्ट्र एवं राज्य स्तर पर बच्चों के लिए बहुत सारी नीतियों का निर्धारण किया गया है। उन्हीं नीतियों को धरातल पर उतारने के लिए समाज के हर बच्चे को विशेषकर, जरूरतमंद बच्चे को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करना ही हमारा कर्तव्य है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह है कि बाल संरक्षण एवं बाल अधिकार से जुड़े मुद्दों पर हम समाज को जागरूक कर सकें और बच्चों के प्रति दायित्वों का निर्वहन नीतिगत सिद्धांतों के मुताबिक कर सकें।

स्थानीयकरण के तहत चिह्नित 9 विषयों के संबंध में दी विस्तृत जानकारी

इस दौरान मनरेगा आयुक्त ने सतत विकास के लक्ष्यों के स्थानीयकरण के तहत चिह्नित 9 विषयों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के तहत चिह्नित 9 विषयों पर सतत कार्य करने से विकास के सभी प्रक्षेत्रों में अपेक्षित प्रगति की ओर बढ़ा जा सकता है। साथ ही ग्राम पंचायतों द्वारा संपादित अच्छे कार्यों एवं उपलब्धियों से राज्य के अन्य सहभागियों के साथ साझा किया जा सकता है

दीदियों ने साझा किए अनुभव

प्रशिक्षण कार्यक्रम दीदियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि गांव के विकास के लिए सरकार द्वारा लायी गयी योजनाओं का सीधा लाभ हमें मिल रहा है। इसके लिए सभी ग्रामीण एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि अब लोग साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए गंभीर दृष्टिकोण अपना रहे हैं। गांव को नशामुक्त बनाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं। युवाओं को भी रोजगार के साधनों से जोड़ा जा रहा है। साथ ही कोरोना टीका के प्रति भी व्यापक जागरूकता में ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई है। इसके साथ ही दीदियों ने बताया कि वर्तमान में गांव का हर व्यक्ति प्रगति के लिए तैयार है। जिसमें उन्होंने जागरूक दृष्टिकोण के साथ कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। स्वाबलंबन योजना के तहत जल संरक्षण की विभिन्न संरचनाओं का निर्माण यथा टीसीबी, मेढ़ बंदी, सोखता गड्ढा आदि के तहत कार्य जारी है। इस दौरान लोक प्रेरक की दीदियों ने बताया कि महिलाएं अब आत्मविश्वास से पूर्ण हैं। अब लोग साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए गंभीर दृष्टिकोण अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा में योजनाओं के विषय व इससे जुड़े लाभ से व्यापक रूप से ग्रामीणों को अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार विचार में परिवर्तन आने से जीवन में सकारात्मक दिशा मिली है।

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