द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और तीन बार से सांसद ने फिर इतिहास रच दिया। गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रत्याशी निशिकांत दुबे चौथी बार चुनाव जीते हैं। सांसद निशिकांत दुबे का ऐसा मानना है कि जनता के समर्थन के साथ उन पर बाबा बैद्यनाथ की विशेष कृपा है। वह जब भी कोई बड़ा कार्य करने जाते हैं तो सबसे पहले बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा जरूर करते हैं। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा है। यह सीट साल 1962 में अस्तित्व में आई थी। हालांकि तब झारखंड राज्य अलग नहीं हुआ था। बंटवारे के बाद इस सीट पर पांच लोकसभा चुनाव हुए हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के निशिकांत दुबे ने यहां जीत की हैट्रिक लगाई थी। निशिकांत दुबे यहां से 2009 और 2014 में सांसद चुने गए थे। 2014 में चली मोदी लहर में भाजपा ने सीट पर जीत दर्ज की और निशिकांत दुबे दूसरी बार सांसद बने थे। उन्होंने कांग्रेस के फुरकान अंसारी को हराया था। इसके बाद 2019 के चुनाव में निशिकांत दुबे ने जीत की हैट्रिक लगाई। जबकि झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव दूसरे नंबर पर रहे थे।
इस सीट पर संयुक्त बिहार में पहला चुनाव 1962 में हुआ था। जिसमें कांग्रेस से प्रभुदयाल हिम्मत सिंह ने जीत दर्ज की थी। 1967 में भी प्रभु दयाल सांसद चुने गए। वहीं 1971 में कांग्रेस ने यहां फिर जीत हासिल की और जगदीश मंडल सांसद निर्वाचित हुए। हालांकि 1977 में कांग्रेस हार गई और भारतीय लोकदल के जगदंबी प्रसाद यादव यहां से जीते। इसके बाद 1980 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर इस सीट पर कब्जा कर लिया। इस बार यहां से समीनउद्दीन सांसद चुने गए। 1984 में यहां से कांग्रेस के शमीमुद्दीन सांसद बने।
इस सीट पर 2004 का लोकसभा चुनाव झारखंड राज्य बनने के बाद हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के फुरकान अंसारी ने जीत दर्ज की थी। 2009 में भाजपा ने फिर वापसी की और डॉक्टर निशिकांत दुबे जीतकर लोकसभा पहुंचे। 1989 के लोकसभा चुनाव में पहली बार इस सीट से भाजपा ने जीत दर्ज की और जनार्दन यादव सांसद बने। हालांकि, 1991 में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गोड्डा सीट पर जीत दर्ज की। 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से जीत दर्ज की। इस चुनाव में जगदंबी प्रसाद यादव ने जीत दर्ज की। वहीं 1998 में भाजपा ने फिर वापसी की। इस उपचुनाव में जगदंबी प्रसाद यादव फिर से सांसद बने। इसके बाद 1999 में जगदंबी प्रसाद यादव ने जीत की हैट्रिक लगाई।