द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में मंगलवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आने 10 लोगों की मौत हो गई। जबकि 12 लोग घायल हैं। सबसे ज्यादा 6 लोगों की मौत रांची जिले में हुई, जबकि चतरा में तीन और गुमला में लोगों की जान गई। मृतकों में किसानों की संख्या अधिक है। बताया जा रहा है कि खेत में काम करते समय सभी वज्रपात की चपेट में आ गए।
10 लोगों की हुई मौत
मांडर के कैंबो गांव में धनरोपनी चल रही थी। तभी आकाशीय बिजली गिरी और राजेश उरांव (25) व सलमोन एक्का (26) की मौत हो गई। राजेश मूल रूप से रातू कि तिलता गांव के थे और अपनी कैंबो स्थित अपनी ससुराल में रहते थे। वहीं मांडर के ही बसकी में खेत जोताई के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 26 वर्षीय नीरज उरांव की जान चली गई। उनके साथ रोपाई कर रहे अन्य लोग घायल हो गए। वहीं चान्हो के कलगी गांव में भी ठनका गिरने से 40 साल के सकलू उरांव की मौत हो गई, जबकि लुंडरी गांव में कमला उरांव नामक महिला झुलस गई। रातू थाना क्षेत्र के बिजुलिया में भी एक महिला की धनरोपनी के दौरान मौत हो गई है। वहीं चतरा जिले के डहुरी गांव में जगरनाथ यादव और उनकी पत्नी चमेली देवी की जान चली गई, जबकि सिनपुर गांव के 15 वर्षीय अभिषेक कुमार की भी मौत हो गई।
टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बारिश की वजह
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद से मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर-अजमेर की ओर से एक झारखंड होते हुए एक मानसून टर्फ बंगाल की ओर बढ़ रहा है। इसकी काफी रफ्तार है। वहीं एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तरी छत्तीसगढ़ से ओडिशा-झारखंड होते हुए बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। इन्हीं वजहों से झारखंड में बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। एक अगस्त तक बारिश के बाद दो अगस्त से बारिश में कमी आएगी। इससे उमस बढ़ने की संभावना है।