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रांची स्टेशन के पास बने मंदिर को लेकर रेलवे के नोटिस पर सासंद की आपत्ति, मंडल स्तरीय बैठक में उठा मामला  

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रांची
रेलवे ने रांची रेलवे स्टेशन के पास बने दुर्गा मंदिर को हटाने के लिए तीन दिन पहले नोटिस जारी किया है। इस नोटिस पर रांची सांसद संजय सेठ ने आपत्ति दर्ज की है। सांसदों की रेल मंडल स्तरीय बैठक में सेठ ने ये मामला उठाया है। कहा है कि मंदिर हमारी आस्था का केंद्र हैं। इस तरह का कोई कदम उठाने से पहले, किसी भी क्षेत्र में रेलवे के अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। बता दें कि बैठक में रांची रेल मंडल और चक्रधरपुर रेल मंडल के सभी सांसद शामिल हुए। बैठक में दोनों मंडलों के रेलवे के अधिकारी और महाप्रबंधक भी मौजूद रहे। बैठक में सांसद सेठ ने आगे कहा कि मंदिर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कोई फैसला लेने से पहले रेलवे को विचार करना चाहिये। साथ ही उन्होंने रेल अधिकारियों से मांग की कि नामकुम, टाटीसिलवे और सिल्ली रेलवे स्टेशन में पहले की तरह सभी ट्रेनों का ठहराव हो। 

बैठक में उठे ये मुद्दे 
सांसद सेठ ने सिल्ली मुरी के बांसारूली में सड़क निर्माण का मामला उठाया। इसके अलावे नामकुम में फुट ओवरब्रिज निर्माण पर काम करने का सुझाव सांसद ने अधिकारियों को दिया। सेठ ने कहा कि चुटिया में ओवर ब्रिज का निर्माण जल्द हो। यह प्रयास हो कि किसी का घर नहीं टूटे। ओवर ब्रिज के निर्माण में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करें, जिससे स्थानीय लोगों को किसी तरह का नुकसान नहीं हो। सेठ ने इस बैठक में रांची से बेंगलुरु, चेन्नई, एर्नाकुलम, कोयंबटूर के लिए साप्ताहिक अंत्योदय ट्रेन का परिचालन करने, हटिया सनकी पैसेंजर का बरकाकाना तक विस्तार करने के लिए कहा। 

रेलवे को राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगने को कहा 

बैठक में सांसद ने कहा कि कई मामलों में राज्य सरकार के द्वारा प्रस्ताव नहीं भेजा जाता है। ऐसी स्थिति में रेलवे को संवेदनशील बनना चाहिए और राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगने की पहल करनी चाहिए। सांसद ने यह भी कहा कि धनबाद फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस का विस्तार रांची तक हो। इसके लिए अविलंब प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जाना चाहिए। बैठक में मेसरा, बरकाकाना, रामगढ़, मैक्लुस्कीगंज, खलारी और राय रेलवे स्टेशन को धनबाद रेल मंडल से हटाकर रांची रेल मंडल के अधीन करने के प्रस्ताव पर चर्चा की गयी।