द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में लगातार बिगड़ती बिजली व्यवस्था के खिलाफ अब जनप्रतिनिधियों और जनता का गुस्सा खुलकर सामने आने लगा है। इसी कड़ी में सांसद मनीष जायसवाल ने 16 जून 2025, सोमवार को प्रातः 11:00 बजे से हजारीबाग शहर के जुलू पार्क स्थित बिजली विभाग के महाप्रबंधक एवं अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समक्ष हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत प्रचंड विरोध प्रदर्शन और घेराव का निर्णय लिया है।
मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र की जनता बिजली संकट से त्रस्त है। बीते पखवाड़े से लगातार हो रही बिजली कटौती ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे पूरा क्षेत्र लालटेन युग में लौट गया हो। उन्होंने यह भी कहा कि शहर की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में तो बिजली की आंख-मिचौली से लोग बेहद परेशान हैं। लगातार प्रयासों और विभागीय अधिकारियों के कमिटमेंट के बावजूद बिजली आपूर्ति में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके कारण यह जन आंदोलन जरूरी हो गया है।
सांसद ने बताया कि जब तक बिजली की स्थिति में ठोस सुधार नहीं होता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने हजारीबाग और रामगढ़ के नागरिकों से अपील की है कि वे इस जन आंदोलन में सहभागी बनें और क्षेत्र को अंधेरे से बाहर निकालने के लिए एकजुट हों। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली नहीं होने के कारण पानी की सप्लाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है, जिससे लोगों को दोहरी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को सांसद मनीष जायसवाल, सदर विधायक प्रदीप प्रसाद और बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी के साथ सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता बिजली विभाग के एससी कार्यालय पहुंचे थे। वहां उन्होंने एससी अशोक कुमार उपाध्याय और अन्य अधिकारियों से क्षेत्र की बदहाल बिजली व्यवस्था पर चर्चा की थी। उस दौरान उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर 24 घंटे के भीतर बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। हालांकि, हैदराबाद में हुए प्लेन क्रैश के शोक में शनिवार को प्रस्तावित धरना स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब स्थिति में सुधार नहीं होने पर 16 जून को विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया गया है।
उधर, दो दिन पूर्व खीरगांव के मोहल्लेवासियों ने बिजली संकट को लेकर चतरा-हजारीबाग मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था। उनकी मुख्य मांग थी कि बिजली की अनियमितता को दूर किया जाए। चार घंटे तक चले इस रोड जाम को सदर अंचल अधिकारी मयंक भूषण के समझाने-बुझाने के बाद हटाया गया। उन्होंने 24 घंटे के भीतर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था। इस खबर को 'द फॉलोअप' ने भी प्रमुखता से दिखाया था।
हजारीबाग में बिजली की स्थिति बीते एक महीने से बेहद खराब बनी हुई है। जहां शहर में कभी-कभार ही चार घंटे बिजली नहीं रहती, वहीं ग्रामीण इलाकों में तो मुश्किल से दो घंटे भी बिजली मिल पा रही है। चौक-चौराहों और गलियों में लोग आपस में चर्चा करते दिख रहे हैं कि कोयला उत्पादन में लगातार प्रदर्शन करने वाला हजारीबाग क्षेत्र खुद बिजली के लिए तरस रहा है, जिससे लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और अंदर ही अंदर एक बड़े जन आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।