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रांची : 111 दिन से आंदोलन होमगार्ड अभ्यर्थियों की नहीं सुनी जा रही फरियाद,5 अप्रैल को करेंगे चक्का जाम

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रांचीः
होमगार्ड अभ्यर्थी लगातार 111 दिन से धरना पर आंदोलन रत है। अभ्यर्थियों की उम्मीद सरकार व सरकार के विधायकों से टूटते जा रही है। फिर भी अभ्यर्थी पिछले 111 दिनों से डटे हुए है। अभ्यर्थियों ने आंदोलन में ही सरस्वती पूजा,होली ,मकरस्क्रान्ति मनाया। अब रामनवमी की तारीख ने अभ्यर्थियों को सताना शुरू कर दिया। पूरी ठंड बारिश एक तम्बू के सहारे बीता। अब भारी गर्मी अभ्यर्थियों को आंदोलन में रहना मुश्किल कर दे रहा है। होमगार्ड आंदोलन के नेतृत्वकर्ता आदर्श युवा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सह युवा आंदोलनकारी गौतम कुमार ने कहा कि हेमंत सरकार से बहुत उम्मीद थी,लेकिन आशा धीरे धीरे निराशा में बदलते जा रही है

 

सब अपना उल्लू कर रहे सीधा

आदर्श युवा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सह युवा आंदोलनकारी गौतम कुमार ने कहा कि  मंत्री व विधायक सब अपने उल्लू सीधा करने पर तुले हुए है। जब विद्यानसभा में तत्कालीन उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद के निर्णय को खारीज कर दिया तो नियुक्ति में देरी क्यों हो रही? इधर बड़कगावँ विधायक अम्बा प्रसाद ने विद्यानसभा सत्र के तक नियुक्ति नहीं होने पर आंदोलन पर बैठने की बात कही थी लेकिन अभी तक उनका कोई निर्णय नहीं आया। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख हर बार कैबिनेट में प्रारित कर नियुक्ति देने की बात कही तो वो भी अभी तक अंधकार में है। सरकार की क्या मंशा है ये समझ में नही आता। गौतम कुमार ने यह भी चेतावनी दिया कि सरकार जिस तरह से रामनवमी मनाने की अनुमति दिया उसी प्रकार रामनवमी से पहले अभ्यर्थी को नियुक्ति दे दे। नही तो रामनवमी के बाद 1298 अभ्यर्थी व उनके परिवार रांची में उग्र आंदोलन करेगी।


सरकार नियुक्ति दे 
गौतम कुमार ने  अभ्यर्थी अपने परिवार सहित हज़ारीबाग़ में ही सड़क पर उतारकर चक्का जाम करेंगे। वहीं अभ्यर्थी में जीतु कुमार ने कहा कि अब सरकार की रवैया से हमलोग तंग आ चुके है। हमलोग का अब अस्वाशन नही नियुक्ति चाहिए। होमगार्ड की नौकरी कोई सरकारी नौकरी नहीं जो इतना समय लग रहा है। 111 दिन के आंदोलन में शंकर कुमार,रंकज सिंह,रंजना सिंह,कंचन कुमारी,रोमा कुमारी,जितेंद्र सिंह,मुन्नी कुमारी,अनिल कुमार,बेबी कुमारी ओझा जी,राखी कुमारी,चिंता कुमारी,अंजू कुमारी,नीलम कुमारी, रंजीत कुमार,निरंजन कुमार,शशिकांत कुमार इत्यादि सैकड़ो लोग मौजुद थे।