द फॉलोअप डेस्क, रांची:
झारखंड के साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा के 3 सहयोगियों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को पंकज मिश्रा के सहयोगी भगवान भगत, ट्विकंल भगत और कृष्णा साहा पर आरोप गठित कर दिया है। ईडी ने तीनों के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत विशेष कोर्ट में आरोप गठित किया है। आरोप गठन के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मुकदमा चलेगा।
भगवान भगत, ट्विंकल भगत और कृष्णा साहा मुश्किल में
गौरतलब है कि भगवान भगत, ट्विंकल भगत और कृष्णा साहा, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगी हैं। ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि पंकज मिश्रा के संरक्षण में तीनों ने साहिबगंज में पत्थर का अवैध खनन किया। तीनों पत्थर की खुदाई और उसकी ढुलाई का काम करते थे। कृष्णा साहा फिलहाल जमानत पर हैं। भगवान भगत और ट्विंकल भगत जेल में हैं। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित किया है।
18 जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि साहिबगंज में अवैध खनन के मामले में 18 जुलाई 2022 को ईडी ने पकंज मिश्रा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले 8 जुलाई 2022 को ईडी ने साहिबगंज, मिर्जाचौकी, उधवा, राजमहल, बरहड़वा और बरहेट में छापा मारा था। तब पंकज मिश्रा के ठिकानों से 5 करोड़ रुपये से अधिक नगदी मिली थी। 27 ऐसे बैंक खातों का पता चला था जिसमें तब 11 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा थी। ईडी ने बैंक खातों को सीज कर दिया था। इस मामले में दाहू यादव भी आरोपी है जो फरार है।