रांचीः
मोदी सरकार ने एक बार फिर घरेलु सिलेंडर में 50 रूपये का बढ़ोतरी किया है। केंद्र सरकार की इस लूट की नीति ने आम आदमी के रसोई गैस का बजट पूरी तरह बिगाड़ कर रख दिया है। महंगाई से त्रस्त जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अच्छे दिन के पुराने जुम्लों को याद कर रही है। ये बातें प्रदेश प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने कहीं। उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने आम आदमी के रसोई में ही नहीं जिंदगी में आग लगा दी है। एक तो नौकरी नहीं व्यापार चौपट, आम जन जीविका चलाने के लिए संघर्षरत हैं ऊपर से दाल, सब्जी, खाने के तेल से लेकर रसोई गैस तक इतना महंगी किया गया है कि आम जनता त्राहिमाम -त्राहिमाम कर रही है। उन्होंने कहा पिछले 8 वर्षों में बढ़ती अर्थव्यस्था को नष्ट कर दिया। देखते-देखते देश का व्यापार घाटा रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है। डॉलर के मुकाबले रूपया गिरते-गिरते निम्न तक पहुंच गया है।
आदमी के थाली से निवाला छीना जा रहा
उन्होंने कहा कि अनाज, मछली, दूध, पनीर, दही, घी, लस्सी, गुड, आटा और शहद पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लग रही है। जो कि पहले जीएसटी से मुक्त थे। केन्द्र सरकार आज गब्बर सिंह टैक्स लगाकर आम आदमी के थाली से निवाला छीनने का काम रही है। चाणक्य ने कहा था जिस देश का राजा व्यापारी होता है उस देश की जनता भिखारी हो जाती है आज ये कथन पीएम के राज में चरितार्थ हो रही है। आज भारत मोदी सरकार के गलत नीति के कारण अर्थव्यस्था के हर मोर्चा पर पीछड़ता जा रहा है। जिसका खामियाज आम जनता भुगत रही है।
पहले डांस करने लगते थे भाजपा नेता
सतीश ने कहा कि पहले कांग्रेस की सरकार रसोई गैस में दो-तीन रूपया बढ़ाती थी तो भाजपा के नेता, सांसद, विधायक रोड में डांस करते थे और बढ़ती महंगाई का विरोध करते थे लेकिन आज भाजपा के नेता सड़क पर न दिखाई देते हैं लेकिन सोशल मीडिया। इनको आम आदमी की चिंता नहीं है अगर चिंता होती तो इस तरह महंगाई की बढ़ोतरी न करते।