द फॉलोअप डेस्क
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि गढ़वा की जनता के जनादेश का मैं सम्मान करता हूं एवं जिन मतदाताओं ने मुझे अपना मत दिया उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। साथ ही जिनका मत मुझे नहीं मिला, भविष्य में उनका भी मत मिले इस दिशा में मेरा लगातार प्रयास जारी रहेगा। मेरी सेवा या साधना में जो भी कमी रह गई उसे पूरा करने की मैं हर संभव कोशिश करूँगा।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में गढ़वा के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया। मुझे खुशी है कि आज गढ़वा के विकास की चर्चा पूरे झारखंड के अलावे निकटवर्ती राज्यों में हो रही है। विकास कार्य करने के बावजूद भी मैं जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने में विफल रहा। गढ़वा की जनता ने मुझे पाँच वर्षों तक सेवा का मौका दिया। यह मौका भविष्य में भी मिले इसके लिए मैं पूरे विधान सभा क्षेत्र की जनता के हित एवं सुख-दुख में सदैव उपलब्ध रहूं गा। मैं चुनाव हारा हूं परंतु हौसला नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि नव निर्वाचित विधायक ने मेरे खिलाफ भ्रामक और झूठे तथ्यों का प्रचार-प्रसार कर मतदाताओं को भ्रमित करते हुए चुनाव जीतने में सफल रहे। चुनाव जीतने के तुरंत ही नव निर्वाचित विधायक का वास्तविक चेहरा धीरे-धीरे सामने आने लगा है। संवेदकों से वसूली की सूचना मिलने लगी है। उगाही और वसूली के लिए जनता को ढाल बनाने की भी मुझे शिकायतें मिल रही है। मुझे यह भी सूचना प्राप्त हो रही है कि नव निर्वाचित विधायक मेरे बारे में तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं और सोशल मीडिया में इस तरह के आरोप प्रसारित हो रहा है। मैं नव निर्वाचित विधायक को आगाह करना चाहता हूं कि वे तथ्यहीन आरोप लगाने से बचें या फिर मानहानि केस का सामना करने को तैयार रहें। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक इंटरव्यू में माननीय विधायक ने मेरे भाई के संदर्भ में जो बातें कही है या जो आरोप लगाए हैं उसे यदि वे प्रमाणित कर दें तो मैं सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लूँगा। यदि वे आरोप प्रमाणित नहीं कर पाते हैं तो उनके खिलाफ मानहानि का एक और केस दर्ज कराया जाएगा।
उन्होंने नव निर्वाचित विधायक को सलाह देते हुए कहा कि वे जनादेश का सम्मान करते हुए गढ़वा के विकास की मैंने जो नींव रखी है उसे आगे बढ़ायें। मैं विकास कार्य में हर संभव सकारात्मक सहयोग के लिए तैयार हूं । गढ़वा का विकास ही मेरा सपना था, है और रहेगा। गढ़वा के विकास के साधक को मेरा सहयोग रहेगा, बाधक का विरोध होगा और उनके गलत मंसूबे को पूरा नहीं होने दिया जायेगा। मेरे शरीर के खून का हरेक कतरा गढ़वा विधानसभा क्षेत्र की जनता को समर्पित है। विधायक चुने जाने से पहले भी मैं गढ़वा विधानसभा की जनता की सेवा में समर्पित था। चुनाव हारने के बाद भी मेरा समर्पण यथावत बना रहेगा।