द फॉलोअप डेस्कः
गरीबों के अनाज के भंडार घर कहे जाने वाले एफसीआई गोदाम कडरू का गुरुवार को मंत्री बन्ना गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया जिससे कि अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को जब मंत्री के आने के सूचना मिली तो भागते हुए एफसीआई गोदाम पहुंचे। जहां विभाग के मंत्री को सामने देख उनके हाथ-पांव फूलने लगे।अनाज के आसपास में गंदगी देख मंत्री बन्ना गुप्ता भड़क गए। वहीं संबंधित लोगों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अनाज की बोरियों का वजन कराया गया। जहां कई बोरियों में अनाज की मात्रा कम मिली. उन्होंने कहा कि इसके लिए जो भी जिम्मेवार दोषी है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग का चार्ज संभालते ही मंत्री बन्ना गुप्ता रेस हो गये। गुरुवार को जेएसएफ एंड सीएससीएल यानी झारखंड राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिडेट के कडरु, रांची स्थित स्टेट गोदाम में पहुंच गये. लेकिन उस वक्त कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचा था। कुछ देर इंतजार करने के बाद आपूर्ति निगम लिमिटेड के पदाधिकारियों को फोन किया गया। फोन के बाद कुछ अधिकारी हांफते हुए गोदाम पहुंचे। खामियों से नाराज मंत्री ने स्टॉक का मिलान करना शुरू किया। उसमें भी एक माह का डाटा इंट्री अपडेट नहीं मिला. इस पर विभागीय मंत्री ने पदाधिकारियों को फटकार लगाई।उन्होंने फोन पर वरीय अधिकारीयों को चेतावनी देते हुए कार्य प्रणाली में सुधार लाने का निर्देश दिया, उन्होंने चेताया कि गरीबों का अनाज चोरी करने वाले और लापरवाही बरतने वाले लोगों को बिल्कुल बर्दास्त नहीं करेंगे चाहे वो कोई भी हो।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने फूड सिक्योरिटी बिल लागू कराया था ताकि देश में कोई भूखा न रहे, सरकार का अनाज गरीब के थाली तक पहुंचे यही हमारे नेता राहुल गाँधी जी की सोच है, उन्होंने मुझे ये जिम्मेदारी देते हुए निर्देश दिया कि गरीबों को कभी भूखा न सोना पड़े, निरीक्षण में कई गड़बड़ी मिली हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाता और इसको लेकर जो भी दोषी होंगे कड़ी कार्यवाई उनपर होगी। इससे पहले भी कल पदभार संभालने के बाद हुए वरीय अधिकारीयों के साथ बैठक में उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट करते हुए कहा था कि जनता के अनाज का एक एक कण उनतक पहुंचना चाहिए। समयबद्ध तरीके से योजना के अनुरूप चीजों का वितरण सुनिश्चित करना चाहिए।