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Ranchi : बिना टेंडर के DSPMU में कराए गये मरम्मती कार्य में हुई अनियमितता का ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा गया, आजसू सदस्यों में रोष

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रांचीः
अखिल झारखंड छात्र संघ आजसू के सदस्यों ने डीएसपीएमयू में बिना टेंडर के हुए मरम्मती कार्य तथा इसमें बरती गई अनियमितताओं को लेकर झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैश के नाम सचिवालय में ज्ञापन सौंपा है। आजसू के प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार ने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में नियम कानून को ताक पर रखकर बिना टेंडर के 90.17 लाख का कार्य कराया गया तथा मरम्मती कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई। विश्वविद्यालय के विकास के लिए जिस फंड का प्रयोग होना चाहिए, इस फंड को मनमाने ढंग से निकालकर बेहिसाब खर्च किया जा रहा है और धन का बंदरबाट किया जा रहा है। 


सभी पदाधिकारी शामिल है 
प्रदेश प्रभारी का कहना है कि इन सब में विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी शामिल है। इसलिए इस पर तमाम पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं ताकि उनपर किसी तरह की गाज ना गिर जाए। छात्र संघ आजसू ने राज्यपाल से निवेदन किया है कि इस पर उचित कार्यवाही कर इसमें शामिल सभी पदाधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। वहीं इसपर प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज वर्मा ने कहा की एजी द्वारा किए गए ऑडिट रिपोर्ट से यह साफ हो चुका है कि विश्वविद्यालय के धन का बंदरबाट किया जा रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन के कुछ अधिकारी खुद को एवं अपने करीबी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए डीएसपीएमयू में मरम्मत कार्य कराने के लिए टुकड़ों-टुकड़ों में कार्य कराया गया, ताकि उक्त काम के लिए टेंडर जारी नहीं करना पड़े।साथ ही साथ भुगतान हेतु मनी रिसिप्ट किसी और कंपनी के नाम पर बनाया गया तथा असल में भुगतान किसी अलग कंपनी को किया गया। जिसका जिक्र मापी पुस्तिका में उक्त कार्य का ना कोई उल्लेख है और ना ही कोई सत्यापन। विश्वविद्यालय प्रशासन उक्त कार्य झारखंड सरकार की वित्त नियमावली के नियमों (235) की अनदेखी करते हुए की गई। साथ ही इस टेंडर को लेकर इंटरनेट पर भी कोई जानकारी नहीं दी गई।


जांच कराने का निर्णय लिया गया था 
वीसी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दोनों एजेंसियों द्वारा कार्य की जांच कराने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, इस निर्णय की अनदेखी करते हुए बिना जांच के ही भुगतान कर दिया गया। जिससे साफ जाहिर होता है कि यह सब विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के मिलीभगत से किया गया है ऐसे तमाम पदाधिकारियों पर करवाई कर सजा मिलनी चाहिए। प्रदेश सचिव वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी भ्रष्ट पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके ऊपर कार्रवाई की जानी चाहिए।मौके पर प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज वर्मा, प्रदेश सचिव ओम वर्मा विश्वविद्यालय संयोजक अभिषेक झा, अंशुतोष कुमार,अमन, फैजल, के अलावा कई सदस्य उपस्थित थे।