द फॉलोअप डेस्क
खूंटी में जाम की समस्या को हल करने के लिए बनने वाली बाईपास सड़क का अब विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को खूंटी के कचहरी मैदान में एक सभा आयोजित की गई, जिसमें लोगों ने यह साफ कहा कि वे नई सड़क के लिए अपनी ज़मीन नहीं देंगे। सभा में आए लोग एकजुट होकर नारे लगा रहे थे और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।
सभा को संबोधित करते हुए दामू मुंडा ने कहा कि लोग एकसाथ यह चाहते हैं कि बाईपास के लिए जमीन नहीं दी जाए। उन्होंने कहा कि हमें नई सड़क की जरूरत नहीं है, जाम की समस्या का हल सरकार को ढूंढना चाहिए। उनका सुझाव था कि सरकार एनएच 75ई को चौड़ा कर फोरलेन बनाए और जहाँ ज़रूरत हो, फ्लाईओवर भी बनाए। इसके अलावा, प्रशासन को दिन के समय भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने से रोकना चाहिए। दामू मुंडा ने यह भी कहा कि हमारी ज़मीन हमारे जीवन से जुड़ी है और हम इसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकते। पैसे आज हैं, कल नहीं होंगे, लेकिन हमारी ज़मीन और अस्तित्व हमेशा हमारे साथ रहेगा। उन्होंने सरकार से बाईपास सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना को रद्द करने की मांग की। यदि सरकार उनकी बात नहीं मानेगी, तो वे आंदोलन शुरू करेंगे और हाईकोर्ट भी जाएंगे।
प्रदीप महतो ने भी कहा कि वे अपनी ज़मीन किसी भी कीमत पर नहीं देंगे। उनका कहना था कि बाईपास बनाने से पहले सरकार को ग्रामसभा से अनुमति लेनी चाहिए थी, लेकिन अधिकारी केवल औपचारिकताएँ पूरी कर रहे हैं और ग्रामसभा से सहमति नहीं ले रहे। सभा में यह निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे पर 11 फरवरी को एक और बड़ी जनसभा होगी, जिसमें प्रभावित गांवों के लोग और अन्य लोग भी शामिल होंगे।