रांची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा है कि मीडिया सूत्र बताने के लिए बाध्य नहीं और चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता सर्वोपरी है। मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पत्रकार किसी को भी अपने न्यूज का स्त्रोत बताने को बाध्य नहीं होते, फिर भी रांची पुलिस हेमंत सोरेन द्वारा ईडी के लोगों के विरूद्ध दर्ज कराये गये फ़र्ज़ी मुक़दमे के मामले में पत्रकारों के उपर दबाव डालकर उनके सूत्र जानना चाहती है। कहा कि पुलिस पत्रकारों के सूत्र जानने से पहले पत्रकारों और झारखंड की जनता को ये तो बताए कि हेमंत सोरेन 40 घंटे तक कहां छिपे थे।
हेमंत पर लगाये ये आरोप
कहा कि ईडी, झारखंड में पिछले करीब 2 सालों से झामुमो-कांग्रेस सरकार के संरक्षण में चल रहे भ्रष्टाचार के खुलासे के लिए धुंआधार कारवाई कर रही है, जिसकी कवरेज स्थानीय और नेशनल मिडिया पर भी होती रही है। पत्रकारों का काम ही है अंदर की खबरें निकालना। लेकिन झारखंड पुलिस द्वारा कानून का दुरुपयोग कर पत्रकारों पर दबाव डालना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले के समान है।
पुलिस अधिकारियों से क्या कहा
हेमंत सोरेन ने अपने शासन के दौरान पुलिस-प्रशासन का दुरूपयोग अपराधियों को संरक्षण देने, लोकतंत्र की आवाज को दबाने और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को प्रताड़ित करने के लिए किया। अंततः उन्हें अपने पापों का फल भुगतना पड़ रहा है। कहा, झारखंड पुलिस के डीजीपी, राँची के एसएसपी, आपलोग न तो खुद भ्रष्टाचारी सरकार का टूल कीट बनें और न किसी दूसरे पुलिस वालों को बनने दें। पिछले दिनों गलत काम करने वालों का अंजाम देखकर सबक़ लें। पत्रकारों को अपना काम करने दें और राज्य में बेलगाम हो चुके अपराध और पुलिस की लूट-वसूली को रोकने की कोशिश करें।
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -