द फॉलोअप डेस्क, रांची
झारखंड बीजेपी झारखंड की 14 में से 13 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। देश भर में जहां सीट बंटवारे में सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश की जा रही है तो वहीं झारखंड में बीजेपी ने एक भी क्षत्रिय उम्मीदवार को प्रत्याशी नहीं बनाया है। लोकसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं देने की वजह से राजपूत समाज में नाराजगी है। गुरुवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने प्रेस वार्ता कर बीजेपी पर निशाना साधा।
धनबाद और चतरा से टिकट काटे जाने पर विरोध
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बिनु सिंह उर्फ बिनय कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में 14 लोकसभा सीटें हैं। बीजेपी ने इस बार 14 में से एक भी सीट पर क्षत्रिय समाज से उम्मीदवार नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज को टिकट न देकर हमें दबाने की कोशिश की जा रही है। बिनु सिंह ने कहा झारखंड में वर्तमान में क्षत्रिय सांसद हैं। धनबाद लोकसभा से पीएन सिंह 3 बार के सांसद हैं। चतरा लोकसभा से सुनील सिंह 2 बार के सांसद रह चुके हैं। इस बार पार्टी ने दोनों का टिकट काटकर गैर क्षत्रिय को उम्मीदवार बनाया गया है। इस फैसले का अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पुरजोर विरोध करती है।
जरूरत पड़ी तो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे हम
संगठन के ललन सिंह ने कहा कि प्रदेश की कुल आबादी में 7 प्रतिशत हिस्सेदारी क्षत्रिय समाज की है। पिछले आम चुनाव में बीजेपी ने 14 में से 2 सीटों पर क्षत्रिय उम्मीदवार बनाये थे। इस बार पार्टी ने दोनों का टिकट काट दिया। धनबाद से पीएन सिंह की जगह पार्टी ने ढुल्लू महतो तो चतरा से सुनील सिंह की जगह कालीचरण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। ललन सिंह ने कहा कि झारखंड का क्षत्रिय समाज बीजेपी के इस फैसले के विरुद्ध है। जरूरत पड़ने पर वे निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में उतारेंगे।
पार्टी ने धनबाद में दागी उम्मीदवार को टिकट दिया
धनबाद से ढुल्लू महतो को प्रत्याशी बनाये जाने पर क्षत्रिय समाज ने आपत्ति जताई है। संगठन के लोगों का कहना है कि बीजेपी ने धनबाद से दागी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि ढुल्लू महतो पर कई मुकदमे चल रहे हैं। पार्टी ने ढुल्लू महतो को प्रत्याशी बनाकर गलत कदम उठाया है। संगठन ने मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार दुमका सीट में प्रत्याशी का फेरबदल किया गया उसी प्रकार धनबाद या चतरा में भी किया जाए और यहां से क्षत्रिय समाज के किसी व्यक्ति को मौका मिले।