रांची
जेएमएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी आजकल हिंदू-मुस्लिम अधिक कर रहे हैं क्योंकि वे चुनाव हार चुके हैं। बता दें कि अगले माह मई के पहले सप्ताह में पीएम मोदी का झारखंड दौरा होना है। इस अवसर पर सुप्रियो ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि आप आ रहे हैं तो आयें। लेकिन आप डरायेंगे तो हम डरेंगे नहीं। हम आपसे लड़ेंगे। कहा, आप और आपके गृहमंत्री एससी, एसटी आरक्षण को छीनने की बात कर रहे हैं। हम आपको बताना चाहते हैं कि हम ये होने नहीं देंगे। सुप्रियो ने आगे कहा, आदिवासी का नाम लेना, जनजातीय गौरव दिवस का नाम लेना औऱ फिर आदिवासी राष्ट्रपति को खड़े रखकर खुद बैठे रहना, क्या आदिवासी अस्मिता के साथ खिलवाड़ नहीं है।
सोशल इम्पैक्ट एसेसमेंट को शिथिल कर दिया
सुप्रियो ने कहा कि आज सोशल इम्पैक्ट एसेसमेंट को शिथिल कर दिया गया है। आदिवासी राज्यों की डेमोग्राफी को असंतुलित करने के प्रयास किये गये। ताकि अबाध रूप से इन राज्यों में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश हो सके। कहा मोदी की दो आंखें हैं। एक अडानी और दूसरे अंबानी। अडानी बायीं आंख हैं तो अंबानी दायी आंख। उन्होंने पूछा कि क्या कोल्हान की धरती पर भी इन पूंजीपतियों को आर्म्ड फोर्स की मदद से प्रवेश करने दिया जायेगा। कहा कोल्हान में अडाणी और अन्य पूंजीपतियों को प्रवेश की अनुमति देकर आदिवासी-मूलवासी और ग्रामीणों को घर से बेघर करने की तैयारी हो रही है, इस बात की आशंका जेएमएम को है।
कोल नीति में बदलाव क्यों किये गये
सुप्रियो ने कहा कि मोदी को ये बताना चाहिये कि कोल बियरिंग एक्ट में क्यों बदलाव किया गया। इसमें सोशल इम्पैक्ट और एनवायरमेंट इम्पैक्ट के हिस्से को क्यों हटा दिया गया। कहा, इन सबसे केंद्र सरकार की साजिश की बू आती है। झारखंड के माइनिंग क्षेत्र की डेमोग्राफी को बदलने की ये साजिश हो सकती है। कहा, ग्रामसभाओं के अधिकार इसी सोच के तहत कम कर दिये गये हैं। उन्होंने आगे कहा, एक चुनाव आयोग है। आयोग को आजकल कुछ दिखाई नहीं देता है। जेएमएम नेता ने आगे कहा, पीएम नरेन्द्र मोदी का झारखंड की धरती पर स्वागत है। लेकिन यहां हिंदू-मुस्लिम और मंगलसूत्र नहीं चलेगा। राज्य के अपने अहम सवाल हैं, जिनका जवाब यहां के आदिवासी-मूलवासी पीएम मोदी से जानना चाहते हैं।
एचईसी के बारे में कही ये बात
भट्टाचार्य ने आगे कहा कि आज से दस साल पहले तक एचईसी की स्थिति ऐसी खराब नहीं था। लेकिन पिछले दस साल में ऐसा क्या हुआ कि एचईसी बर्बाद हो गया। ये घाटे में चलने लगा। कहा, देश जानता है कि एचईसी को मनी रत्न इंडस्ट्रीज के रूप में जाना था। एक जमाने में यह झारखंड ही नहीं पूरे एशिया की बड़ी कंपनी हुआ करती थी। इसे लेकर मोदी की केंद्र सरकार की क्या योजना है, इसे भी उनको बताना चाहिये। कहा कि राहुल गांधी के आर्थिक नीति के सवाल पर चुनाव आयोग ने उनको नोटिस जारी कर दिया। वहीं, आपराधिक मामले का बयान होते हुए भी पीएम को नोटिस न भेजकर बीजेपी के अध्यक्ष को नोटिस भेजा गया।
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