द फॉलोअप डेस्क
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जेएसएलपीएस कंचन सिंह ने आज रांची जिले के बुंडू प्रखंड स्थित पलाश हर्बल गुलाल उत्पादन इकाई का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उत्पादन प्रक्रिया का निरीक्षण किया और गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए। कंचन सिंह ने कहा कि हर्बल गुलाल की गुणवत्ता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित उत्पाद उपलब्ध हो।
उन्होंने सुझाव दिया कि विभिन्न प्रकार के फूलों और प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग कर हर्बल गुलाल के और अधिक रंग विकसित किए जाएं, जिससे उत्पाद की विविधता बढ़े और इसकी बाजार मांग में वृद्धि हो। साथ ही, उन्होंने उत्पादों की एकसमान ब्रांडिंग और पैकेजिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस समय, सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं 12 जिलों में हर्बल गुलाल का निर्माण कर रही हैं, जो त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं।
होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए महिलाएं पलाश के फूल, पालक, चुकंदर, तुलसी ऑयल, परफ्यूम और गुलाब जल जैसी केमिकल फ्री प्राकृतिक सामग्री का उपयोग कर रही हैं। इस पहल से झारखंड की ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं, और राज्य सरकार के सशक्त और समृद्ध झारखंड के सपने को साकार करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। निरीक्षण के दौरान जेएसएलपीएस के जिला एवं राज्य स्तरीय अधिकारी और सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं भी उपस्थित रहीं।