द फॉलोअप डेस्क
JSSC-CGL के अभ्यर्थियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हजारीबाग में मुलाकात की। अभ्यर्थियों ने प्रधानमंत्री को सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (सीजीएल)-2023 में हुई गड़बड़ी की जानकारी दी। अभ्यर्थियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि JSSC द्वारा आयोजित परीक्षा में पेपर लीक हुआ और कई अभ्यर्थियों के पास प्रश्नों के जवाब पहले से ही उपलब्ध थे। अभ्यर्थियों ने यह भी बताया कि परीक्षा में पूरे राज्य में इंटरनेट सेवा बंद करने के बावजूद पेपर लीक हुआ। उन्होंने जेपीएससी में अध्यक्ष का पद खाली होने और अभ्यर्थियों की समस्याओं की भी जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने अभ्यर्थियों की बातें सुनी और आश्वासन दिया।
हिंदी-अंग्रेजी के 120 प्रश्न रिपीट थे
प्रधानमंत्री ने अभ्यर्थियों से ग्रीन रूम करीब 10 मीनट तक बातचीत की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। अभ्यर्थियों ने बताया कि जेएसएससी के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद भी 14 नामजद और 1 हजार से अधिक अज्ञात अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि पेपर-तीन में गणित, रीजनिंग और कंप्यूटर के सभी 60 प्रश्नों को दोहराया गया था। वहीं हिंदी-अंग्रेजी के भी 120 प्रश्न रिपीट थे। अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
इस दौरान मुलाकात करनेवालों में कुणाल प्रताप सिंह, प्रकाश पोद्दार, स्वेता प्रधान, मनीष कुमार, विनय कुमार और रोहित सिंह शामिल थे।