द फॉलोअप डेस्क, रांची:
झारखंड में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने लैब असिस्टेंट नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी और अभ्यर्थियों के बीच पक्षपात का आरोप लगाया है। अमर कुमार बाउरी का दावा है कि सामान्य श्रेणी के एक अभ्यर्थी का 150 में से महज 80 नंबर लाने पर ही चयन हो गया। अभ्यर्थी को उसके गांव के ही स्कूल में ज्वॉइनिंग मिल गई वहीं, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के एक अभ्यर्थी जो आईआईटी ग्रेजुएट है, उसे 130 मार्क्स लाने के बाद भी फाइनल चयन नहीं मिल सका। अमर बाउरी ने कहा कि सामान्य श्रेणी के चयनित अभ्यर्थी से 50 अंक अधिक हासिल करने वाले ओबीसी श्रेणी के अभ्यर्थी का चयन नहीं होना, नियुक्ति प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
नॉर्मलाइजेशन के तर्क पर क्या बोले अमर बाउरी
अमर बाउरी ने कहा कि इस गड़बड़ी को सही ठहराने के लिए नॉर्मेलाइजेशन का तर्क दिया जा रहा है। अमर बाउरी ने कहा कि प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है। इस हिसाब से अंतर 50 नहीं बल्कि 100 मार्क्स का है। उन्होंने कहा कि 100 अंकों का नॉर्मलाइजेशन किया गया। ये कैसे संभव है? अमर बाउरी ने कहा कि अभ्यर्थियों से जानकारी मिल रही है कि व्यापक पैमाने पर कई अभ्यर्थियों के साथ इस प्रकार की गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि ये दिखाता है कि किस प्रकार हेमंत राज में झारखंड के बच्चों का भविष्य रौंदा जा रहा है।
मामला बेहद गंभीर है: विभाग अपना स्पष्टीकरण दे ⏬
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) July 13, 2024
इसलिए सीबीआई जांच आवश्यक है ⚠️
हेमंत राज में JLACE-2023 में 80/150 सही करने वाले "अभ्यर्थी 1" का फाइनल चयन (UR) से हो गया साथ ही Home Town छोड़िए Home Village के Home School में ज्वाइन करवा दिया। परन्तु BC-1/2 (IIT के विद्यार्थी)… pic.twitter.com/QZKiLzuO3s
पीजीटी टीचर नियुक्ति में भी धांधली का लगाया आरोप
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है। विभाग को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। इस बात की सीबीआई जांच होनी चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले झारखंड में पीजीटी टीचर नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगा चुके हैं। दरअसल, पीजीटी टीचर नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हुए अभ्यर्थियों का आरोप था कि इसमें बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। दावा है कि बोकारो के श्रेया इन्फोटेक कम्प्यूटर सेंटर में परीक्षा में शामिल हुये 500 अभ्यर्थी चयनित हो गये।