द फॉलोअप डेस्कः
धनबाद के युवाओं को फंसाने के लिए साइबर ठगों ने नया हथकंडा अपनाया है। हनीट्रैप के जरिए लड़कों को फंसाया जा रहा है। लोकलाज के कारण लड़के पुलिस के पास शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल साइबर ठग कॉल गर्ल के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं। दरअसल एक मोबाइल नंबर को वायरल कर लोगों को फंसाया जा रहा है। इस मोबाइल नंबर पर वाट्सऐप कॉल करने पर कॉल गर्ल भेजने की बात कही जाती है। पैसे ठगने के लिए लड़कियों की तस्वीर भी भेजी जाती है। होटल में लड़कियों को भेजने के नाम पर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करा कर ठगी की जा रही है। धनबाद के युवा तेजी से इसके जाल में फंस रहे हैं।
वाट्सऐप कॉल करने के बाद पांच सौ रुपए मांगे जाते हैं। रुपए भेजने के लिए एक क्यूआर कोड भी दिया जाता है। रुपए ट्रांसफर करने की जानकारी उस वाट्सऐप नंबर पर भेजने के बाद लड़कियों की फोटो भेजी जाती है। लड़की पसंद होने पर तीन हजार से सात हजार रुपए तक घंटे के हिसाब से मांगा जाता है। विश्वास दिलाने के लिए लड़कियों से बातचीत भी कराई जाती है। ठग की बातों में आकर युवा रुपए ट्रांसफर कर देते हैं।
ठग कॉल गर्ल भेजने के लिए फोन करने वालों का लोकेशन मांगते हैं। वाट्सऐप पर लोकेशन मिलने के बाद आसपास के होटलों का विकल्प दिया जाता है। कहा जाता है कि होटल के कमरे में लड़की पहुंच जाएगी। घंटे के हिसाब से रुपए की डिमांड होती है। भरोसा दिया जाता है कि रुपए का भुगतान होने का होटल का कमरा नंबर बताया जाएगा। कहा जाता है कि भुगतान का प्रमाण होटल में ठहरी लड़की को दिखाना होगा। जाल में फंस कर रुपए देने वाले जब होटल का कमरा नंबर पूछते हैं तो उनसे और रुपए मांगे जाते हैं। तब जाकर उन्हें ठगे का जाने का एहसास होता है। रुपए लौटाने की बात कहने पर ठग गाली-गलौज पर उतारू हो जाता है।