रांचीः
10 जून को रांची मेन रोड में हुई हिंसा को लेकर जो याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की गई थी उसपर सुनवाई हो गयी है। कोर्ट ने सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है। साथ ही रिपोर्ट की मांग की है। अदालत ने कहा कि इंटेलिजेंस को इस मामले की जानकारी थी या नहीं, सरकार बताए। आरोपी नवाब चिश्ती को लेकर सरकार ने कहा कि मंत्री के साथ भले ही नवाब की फोटो है लेकिन उसका मंत्री के साथ कोई जान पहचान नहीं है। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि घटना के तार बड़े लोगों से जुड़े हैं, ऐसे कैसे कोई किसी के साथ फोटो खिंचवा सकता है।
कितनी राउंड गोलियां चली थीं।
पोस्टर मामले में कोर्ट ने कहा कि पोस्टर लगना चाहिए या नहीं इस पर मैं निणर्य नहीं करूंगा। इस पर सरकार जवाब दे। कोर्ट ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे 10 जून को जमा हो गए। सरकार बताए कि कितनी राउंड गोलियां चली थीं।
इन लोगों को बनाया गया पार्टी
बता दें कि प्रार्थी पकंज कुमार यादव ने याचिका दायर की है। याचिका में हैदराबाद के सांसद असददुद्दीन ओवैसी, रांची डीसी, एसएसपी, मुख्य सचिव, एनआइए, ईडी और आयकर आयुक्त को पार्टी बनाया है। अदालत से इस मामले की एनआईए से जांच की मांग की गयी है। इस याचिका में घटना को प्रायोजित बताया गया जिसमें संगठनों के फंडिंग की बात भी कही गयी है।