रांची
रांची विश्वविद्यालय, रांची में कार्यरत अतिथि शिक्षकों का धरना पिछले 4 दिनों से जारी है। पिछले 16 महीनों से मानदेय भुगतान नहीं किए जाने के कारण धऱना दिया जा रहा है। शिक्षकों ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा उचित संज्ञान अभी तक नहीं लिया गया है। आज धरना की शुरुआत महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं स्वर्गीय तस्नीमा परवीन को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए की गई।। मौके पर शिव कुमार ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि लोगों की मृत्यु हो जा रही है, लेकिन विभाग और रांची विश्वविद्यालय को चिंता नहीं है।। वहीं डॉ चक्षु पाठक ने कहा कि यह झारखंड के उच्च शिक्षा की दुर्दशा का प्रत्यक्ष प्रमाण है, झारखंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की नाकामी है। अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का पूर्ण मानदेय भुगतान होने तक धरना जारी रहेगा।
आंदोलनकारी शिक्षकों ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशन पर रांची विश्वविद्यालय में 125 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति GER बढ़ाने के उद्देश्य से विज्ञापनों के माध्यम से की गयी थी। राज्य सरकार के निर्देश के अनुरूप ₹500 प्रति कक्षा और अधिकतम ₹30000 मानदेय के रूप में दिया जाता था। वहीं, वर्ष 2023 में संकल्प 1040 के अनुरूप अतिथि शिक्षक के रूप में 1500 रुपए प्रति कक्षा और 50000 अधिकतम देने का निर्देश है। इनकी नियुक्ति नीड बेस्ड शिक्षक से पहले हुई है और नीड बेस्ड शिक्षकों को 57700 दिया जा रहा है। वहीं पहले से पहले से नियुक्त अतिथि शिक्षकों को उसी काम के लिए नीड बेस्ट शिक्षकों से भी कम 50000 अधिकतम देने का निर्णय लिया गया है, जो कि गलत नीतिगत फैसला है। दोनों की नियुक्ति राज्य सरकार के द्वारा ही की गई है। कार्य प्रणाली भी समान है इसीलिए इनका समान कार्य समान वेतन की मांग जारी है। वर्तमान में ये शिक्षक रांची मारवाड़ी कॉलेज, मांडर महाविद्यालय मांडर, पीके कॉलेज बुंडू, गुमला कॉलेज गुमला, सिमडेगा कॉलेज सिमडेगा, बीएस कॉलेज लोहरदगा, डोरंडा कॉलेज डोरंडा, रांची महिला महाविद्यालय, एसएस मेमोरियल महाविद्यालय, जैन कॉलेज, राम लखन सिंह यादव कॉलेज, स्नातकोत्तर विभाग तथा चार मॉडल कॉलेज का संचालन इन्हीं अतिथि शिक्षकों के द्वारा किया जा रहा है।
धरना में डॉ जिज्ञासा ओझा, दीपशिखा,फरहत परवीन, विकास कुमार, सूरज विश्वकर्मा रंजीत कुमार, डॉक्टर सतीश तिर्की, डॉ हैदर अली,डॉ विद्याधर महतो, डॉ शिव कुमार, आसिफ अली, आलोक कुमार, अरविंद प्रसाद, डॉ अभिषेक आर्यन और अर्चना शेफाली आदि 60 से अधिक अतिथि शिक्षक धरने पर मौजूद रहे।