धनबाद
धनबाद जिला मुख्यालय के साथ बाघमारा प्रखंड कार्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित गंगापुर गांव विकास से कोसों दूर है। हाल ये है कि यहां चुनाव के बाद एक बार भी विधायक नहीं पहुंचे हैं। गांव में आज भी लोग खपरैल मकान में रहने को मजबूर हैं। पूरे गांव में मात्र दो ही घर में छत है। गांव की सैकड़ों की आबादी में केवल 2 लोगों को अबुआ आवास योजना का लाभ मिला है। इससे पूर्व आठ लोगों को पीएम आवास योजना का लाभ मिला था। यहां कुछ परिवार ऐसे हैं जिन्हें 20-25 साल पूर्व इंदिरा आवास का लाभ मिला था।
स्थिति इतनी खराब है कि गांव के लोगों को राशन लाने के लिए 8 किलोमीटर दूर जाना होता है। सवारी गाड़ी न मिलने पर कुछ लोग तो पैदल ही 1 घंटे का सफर तय करके राशन लाने जाते हैं। महिलाओं को मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना का लाभ भी ठीक से नहीं मिल पाया है। चारो ओर से पहाड़ों से घिरा यह गांव बाघमारा प्रखंड कार्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है। कुछ ही दूरी पर यहां से गिरिडीह जिले की सीमा शुरू हो जाती है। कभी यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित था।