रांची
सीएम चंपाई सोरेन ने मजदूर दिवस पर श्रमिकों को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। साथ ही कहा कि कोरोना काल में मजदूरों को वापस लाने वाली पहली ट्रेन रांची आयी थी। सीएम ने आगे कहा, मेरे मजदूर साथियों, आप सभी के साथ ही राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई थी। आप सभी का सहयोग मुझे हमेशा मिलता रहा है। हमारी सरकार सत्ता में आई ही थी कि कोरोना महामारी सामने आ गई। पूरी दुनिया इस संकट से जूझने के प्रयास में वैज्ञानिक उपाय तलाश रही थी, लेकिन हमारे यहां थाली पीटने का फरमान जारी हुआ। अगले दिन, बिना किसी तैयारी के लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई। जिन लोगों के पास रुपए-पैसे और संसाधन थे, उन पर तो कोई खास फर्क नहीं पड़ा।
आनन-फानन में हेल्पलाइन नंबर जारी किया
सीएम चंपाई ने आगे कहा, लेकिन हमारे लाखों मजदूर साथी लॉकडाउन में जहां-तहां फंस गये। उस समय झारखंड सरकार ने आनन-फानन में हेल्पलाइन नंबर जारी किया। ऑनलाइन आवेदन लेकर मजदूरों को सहायता राशि भेजी गई। रेलवे के साथ समन्वय स्थापित कर के, कोरोना काल में मजदूरों को वापस लाने वाली देश की पहली ट्रेन रांची आई थी। जब देश भर में पैदल चलते लाखों मजदूरों की तस्वीरें मीडिया में छाई हुई थीं, तब हमारी सरकार ने सड़क मार्ग से हजारों लोगों को लाने का इंतजाम किया।
मजदूरों को हवाई जहाज से लाया गया
सीएम चंपाई ने कहा, सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों को हवाई जहाज द्वारा लाया गया। इस भीषण संकट के बाद भी, चाहे वह नियोक्ता के साथ विवाद हो अथवा किसी साथी की दुखद मृत्यु। जब कभी भी देश अथवा दुनिया के किसी भी कोने से किसी मजदूर ने मदद के लिए गुहार लगाई, हमारी सरकार ने हर बार सहायता पहुंचाने का काम किया। आज, फिर एक बार आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार, आप सभी की सेवा में सदैव तत्पर रहेगी। आप सभी को मजदूर दिवस की शुभकामनाएं।
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