द फॉलोअप डेस्कः
भारत निर्वाचन आयोग के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त नितेश व्यास और धर्मेंद्र शर्मा 10 जुलाई की शाम रांची पहुंचे। एयरपोर्ट से दोनों अधिकारी सीधे रामगढ़ के पतरातू गेस्ट हाउस पहुंचे। आज राज्य में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर राज्य के सभी जिलों के डीसी के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। बुधवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने भारत निर्वाचन आयोग से आए पदाधिकारियों को राज्य में चल रहे मतदाता सूची के लिए चल रहे पुनरीक्षण कार्यक्रम की वस्तुस्थिति से अवगत कराया। इस दौरान राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने लोकसभा निर्वाचन के दौरान विधि व्यवस्था संबंधी जानकारियों से भारत निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों को अवगत कराया।
झारखंड में 2019 में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे। तब 23 दिसंबर को मतगणना हुई थी। झारखंड में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 05 जनवरी 2025 तक है। लेकिन जिस तरह से निर्वाचन आयोग की एक्टिविटी बढ़ी है और संशोधित मतदाता सूची को अगस्त महीने तक ही फाइनल कर लेने के निर्देश दिए गए हैं, उससे यह कयास लगने लगे हैं कि इस बार राज्य में विधानसभा चुनाव निर्धारित समय से दो महीने पहले ही करा लिया जाएगा। इस बीच भारत निर्वाचन आयोग के दो बड़े अधिकारियों के झारखंड दौरे सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ प्रस्तावित बैठक से इन कयासों को बल भी मिलता दिख रहा है।
दो चरणों में हो सकते हैं चुनाव
झारखंड में विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराये जा सकते हैं। पहले चरण का चुनाव सितंबर के आखिरी हफ्ते में, जबकि दूसरे चरण का चुनाव अक्तूबर के पहले हफ्ते में कराया जा सकता है। यानी दुर्गापूजा के पहले झारखंड में विधानसभा चुनाव कराये जा सकते हैं। इस बार आयोग राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों को कम से कम चरणों में संपन्न कराने की तैयारी कर रहा है। इसी के तहत झारखंड में मतदाता सूची के प्रारूप के प्रकाशन की तिथि 25 जुलाई निर्धारित की गयी है। वहीं, मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन की तिथि 19 अगस्त तय कर दी गयी है।
सुबह आठ से शाम छह बजे तक होगी बैठक
भारत निर्वाचन आयोग की छह सदस्यीय टीम बुधवार देर शाम को पतरातू लेक रिसॉर्ट पहुंची. टीम रिसॉर्ट के पर्यटन विहार में गुरुवार सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी.