द फॉलोअप डेस्कः
टेंडर कमीशन घोटाला मामले में जांच कर रही ईडी पांच जुलाई को पूर्व मंत्री आलमगीर आलम सहित तीन के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल करेगी। जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट होगी उनमें पूर्व मंत्री आलमगीर आलम, उनके निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम शामिल हैं। इनमें संजीव लाल व जहांगीर को ईडी ने छह मई को गिरफ्तार किया था, जबकि पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में तीनों ही आरोपित रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं।
ईडी तीनों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटा रही है। इनसे जुड़े सहयोगियों, निवेशकों का ईडी बयान ले रही है। कमीशन की राशि से हाल के वर्षों में खरीदी गई सभी चल-अचल संपत्तियों को भी मनी लांड्रिंग एक्ट में ईडी जब्त करेगी। ईडी ने छह मई को छापेमारी में कुल 37.5 करोड़ रुपये नकदी जब्त किया था। इनमें 32 करोड़ 20 लाख रुपये संजीव लाल के नौकर जहांगीर के हरमू बाईपास रोड स्थित सर सैय्यद अपार्टमेंट के फ्लैट से मिले थे। ईडी को इनसे जुड़े बैंक खातों की भी जानकारी मिली है, जहां से भारी मात्रा में रुपयों के लेन-देन हुए हैं।
पिछले साल ही संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम ने 50 लाख रुपये के फ्लैट व 25.71 लाख रुपये की 9.75 डिसमिल जमीन खरीदी थी। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल ने बरियातू 81 लाख रुपये में दो हजार वर्गफीट का घर, पुंदाग में पत्नी रीता लाल के नाम पर 24 लाख में 8.60 डिसमिल जमीन खरीदी थी।
संजीव लाल व उनके नौकर जहांगीर आलम पर सरकारी दर से आधी कीमत पर जमीन खरीदने से संबंधित सबूत भी ईडी को मिले हैं, जिसकी जांच जारी है। ईडी ने जमीन व घर बेचने वालों को भी पूछताछ के लिए बुलाया था और जमीन के बदले भुगतान के बारे में पूरी जानकारी ली थी। ईडी को सभी आरोपितों के सहयोगियों के बारे में भी जानकारी मिली, जिनमें कइयों से पूछताछ पूरी हो चुकी है। पांच जुलाई से पहले ईडी अपनी चार्जशीट में इन सभी तथ्यों को जोड़ेगी।