रांची.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई ऊर्जा और नए संकल्प के साथ देश आगे बढ़ रहा है। आजादी के 75 वें वर्ष के उत्सव के अवसर पर संकल्प तय करने का यह साल है। केंद्रीय बजट में हर परिवार, हर व्यक्ति को पार्ट ऑफ इकॉनमी बनाया गया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास इसी मूलमंत्र की अभिव्यक्ति है। अब देश की आबादी लायबिलिटी नहीं बल्कि पार्ट ऑफ इकॉनमी है। प्रधानमंत्री ने स्वयं के साथ देश की जनता को प्रतिबद्धता से जोड़ा है। केंद्रीय बजट में अगले 5वर्ष के साथ 25 वर्ष के विकास की रूप रेखा है। 100 साल का आजाद भारत कैसा होगा इसकी स्पष्ट झांकी है। मुंडा आज भाजपा के प्रदेश कार्यालय में केंद्रीय बजट 2022-23 पर आयोजित परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। आयोजन पार्टी के आर्थिक प्रकोष्ठ ने किया था।
भारत समूहों का देश नहीं बल्कि ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत
अर्जुन मुंडा ने कहा कि केंद्र की ओर से राज्य सरकार के आपसी तालमेल पर जोर दिए जा रहे हैं। भारत समूहों का देश नहीं बल्कि ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत है। आज देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है ,इसे बोलने वालों की तादाद बढ़ी है। अब सरकार की योजनाओं में जम्मू कश्मीर को छोड़कर नही लिखा जाता है। चालू वित्तीय वर्ष में विकासदर 9.2प्रतिशत रहने का अनुमान है वही बजटीय घाटा महज 46 प्रतिशत है। बजट में विकास को प्रोत्साहन मिला है,पूंजीगत व्यय में 35 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है, सड़क, रेल, परिवहन, बुनियादी शिक्षा, उद्योग एवम कौशल विकास,बैंकिंग एवम वित्त, कृषि स्वास्थ्य,स्वच्छता, रक्षा एवम अन्य विकास कार्यों में ऐतिहासिक प्रावधान किए गए हैं जो आत्मनिर्भर, स्वाभिमानी भारत स्वावलंबी भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कहा, मोदीजी ने विश्व पटल पर भारत की प्राचीन सोच को महिमामंडित किया। आज भारत ने केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था नही वैश्विक विकास पर जोर दिया है। एक सन, एक ग्रिड की बात पर दुनिया विचार करने लगी है।
कहा कि विकास के साथ उसके परिणाम, उत्पादकता पर भी विचार किया जाने लगा है। अगर फसल का उत्पादन बढ़ता है तो फिर उसके बजार,रख रखाव की भी चिंता की जा रही।
केंद्रीय बजट के केंद्र में देश का आम आदमी: दीपक प्रकाश
अध्यक्षीय उद्बोधन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवमं सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि केंद्रीय बजट के केंद्र में देश का आम आदमी है। सर्व समावेशी और सर्व स्पर्शी बजट के साथ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तीव्र गति से भारत आगे बढ़ चला है। सबका साथ सबका विकास मूलमंत्र सार्थक हो रहा। देश के अमृत महोत्सव वर्ष में नवनिर्माण का अमृत प्राप्त हुआ है। यह देश को नई गति, नई शक्ति और ऊर्जा देगा। अगले 25 वर्षों की विकास रेखा है यह बजट जो 100 वर्षों के आजाद भारत की आभा को बढ़ाएगा,विश्व गुरु बनाएगा। यह बजट जनता को बोझ देने वाला नहीं सुबिधा देने वाला बजट है। इसमे समावेशी और डिजिटल सोच है। बजट को झारखंड की जनता ने सराहा है।
ये भी रहे मौजूद
संचालन कोषाध्यक्ष दीपक बंका ने किया। वंदेमातरम पाठ डॉ राजश्री जयंती ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक सीए जेपी शर्मा ने किया। स्वागत अमित सिंह, रवि भट्ट, मृत्युंजय शर्मा, राहुल अवस्थी, रजनीश पांडेय विनय सिंह, राजकुमार और राजीव अग्रवाल ने किया। परिचर्चा में विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षविद, आर्थिक विशेषज्ञ, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, प्राध्यापक, अधिवक्ता, चिकित्सक, व्यवसायी और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।