सिमडेगाः
कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजारा बाजार के पास संजू प्रधान की भीड़ ने पीट-पीटकर ह'त्या कर दी थी, उसके बाद उसे ज'ला दिया था। अब इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि झारखंड पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद सीआइडी संजू प्रधान हत्याकांड मामले को टेकओवर कर लिया है। अब इस मामले की जांच सीआइडी करेगा। पूरी घटना पुलिस की मौजूदगी में गत चार जनवरी को घटी थी।
लकड़ी चोरी का आरोप था
बता दें कि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संजू प्रधान वन क्षेत्र से लकड़ी की तस्करी करता है। जंगल से लकड़ी काटने के आरोप में खूंटकटी के नियम के तहत संजू को मौ'त की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद उन्मादी भीड़ ने संजू की पीट-पी'टकर ह'त्या कर दी गई थी।
भाजपा ने किया था पूरा समर्थन
सीआइडी की आरंभिक रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण पहले संजू को घर से बुलाकर ले गए थे। 32 वर्षीय संजू घटनास्थल से महज 100 मीटर दूर बेसराजारा में ही घर बनाकर रह रहा था। वह मूलरूप से बंबलकेरा पंचायत के छपरीडीपा का रहने वाला था। बता दें कि इस मामले ने खूब तुल पकड़ा था, पीड़ित परिवार को भाजपा का पूरा समर्थन मिल रहा था।
खुटकट्टी कानून के नाम पर भड़काने का आरोप
संजू प्रधान की पत्नी ने 28 दिसंबर खुटकट्टी जतरा का जिक्र करते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं को बताया था कि कोलेबिरा विधायक ने उस जतरा में शामिल होकर खुटकट्टी कानून के नाम पर ग्रामीण को भड़काया था। जिसके बाद ही 4 जनवरी को 500 से अधिक लोगों की भीड़ उसके घर आई और उसके पति को जिं'दा जला दिया।