जमशेदपुर
उन 5 महीनों में मैं सिख चुका हूं कि सिस्टम में रहकर कैसे सिस्टम को सुधारा जा सकता है। ये बातें शनिवार को सरायकेला में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए चंपाई सोरेन ने कही। पूर्व सीएम ने आगे कहा कि झारखंड अलग होने के 24 साल बाद अब मैं नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं। लेकिन, अब हम राज्य को एक अलग पहचान देने का काम करेंगे। जिसमे सभी को सम्मान के साथ जीने का मौका मिलेगा। अब कभी किसी के आवाज को दबने नहीं दिया जायेगा। मजदूरों और किसानों के हक में काम होगा।
चंपाई सोरेन ने आगे कहा कि इन सबके बीच मेरे छोटे छोटे बच्चे कब बड़े हो गए, ये भी मैं नहीं जानता हूं। क्योंकि उस वक्त हम दिनभर आंदोलन करते और रात में जंगल में ही सो जाया करते थे। लेकिन, अब संगठन बनायेंगे या फिर कोई अच्छा दोस्त मिलेगा तो उसके साथ चलेंगे। अब सबकुछ जनता के भावना के अनुरूप करेंगे। किसी के भी साथ पक्षपात नहीं किया जायेगा। चंपाई ने कहा कि बहुत कम समय में लोग पहुंच रहे है और मेरा साथ दे रहे है। जिसके लिए मैं सभी का आभारी हूं।
चंपाई ने कहा, यहां जो भीड़ मेरे समर्थन में जुट रही है, राजनीतिक स्तर पर उसकी चर्चा हर जगह है। आगे कहा कि जब मैं दिल्ली में था, तब एक पोस्ट करके अपनी भावना को पूरे प्रदेश की जनता को मैंने बताया था। जिसमे मैंने साफ कहा था कि जिस संगठन का निर्माण मैंने किया। इसे खून पसीने से सीचने का काम किया। उसे कभी किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि पहले मैंने सोचा था कि राजनीति से सन्यास ले लूंगा, लेकिन फिर जनता से मिल रहे आपार प्यार ने मुझे आगे बढ़ने पर मजबूर कर दिया। सरायकेला के साथ-साथ पूरे प्रदेश में जनता का प्यार और समर्थन मिल रहा है, जो मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है।