द फॉलोअप डेस्कः
सीबीआई ने सोमवार को ED के अधिकारी पवन खत्री को हिरासत में लिया, जिन पर दिल्ली एक्साइज में कथित तौर पर शामिल व्यवसायी अमनदीप सिंह ढल से 5 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। पवन खत्री ईडी में एक सहायक निदेशक हैं। इसके अलावा 6 अन्य आरोपियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। सूत्रों का दावा है कि आरोपियों ने इस मामले में मदद करने के बहाने शराब कारोबारी से करीब 30 करोड़ रुपये वसूलने की योजना बनाई थी। अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों के साथ, सीबीआई ने एअर इंडिया के एक सहायक महाप्रबंधक दीपक सांगवान, क्लेरिजेस होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विक्रमादित्य, चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण कुमार वत्स और दो अन्य ईडी में एक यूडीसी नितेश कोहर और बीरेंद्र पाल सिंह को भी नामजद किया है।
2022 में किया गया था 50 लाख भुगतान
सीबीआई की यह कार्रवाई ईडी की एक शिकायत पर शुरू की गई थी, जिसने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति घोटाले की अपनी जांच के दौरान पाया कि मामले के आरोपी अमनदीप ढल और उसके पिता बीरेंद्र पाल सिंह ने पांच करोड़ रुपए की रिश्वत चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण वत्स को ईडी जांच में मदद की व्यवस्था करने के लिए दी थी। उन्होंने बताया कि वत्स ने ईडी को बताया कि सांगवान ने दिसंबर 2022 में उसे खत्री से मिलवाया था। अधिकारियों के अनुसार वत्स ने कहा कि उसने आरोपियों की सूची से ढल का नाम हटाने के लिए दिसंबर 2022 में वसंत विहार में आईटीसी होटल के पीछे एक सांगवान और खत्री को 50 लाख रुपए का अग्रिम भुगतान किया था। अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने अपनी जांच सीबीआई को सौंपी, जिसके आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक मामला दर्ज किया।